फतेहपुर। आलू के गिरते दामों से किसान के साथ साथ कोल्ड स्टोर मालिक भी परेशान हैं। जहां एक ओर किसान भाव की कमी से स्टोर से निकासी कर बेचने से बच रहे हैं, वहीं दूसरी ओर स्टोर मालिकों को अपने किराये की चिंता सता रही है। इस बार आलू की पैदावार अच्छी हुई थी। सीजन में भाव की कमी होने की वजह से किसानों ने आलू का कोल्ड स्टोरेज में भंडारण कर दिया था। इस समय 700 से 1000 रुपये प्रति क्विंटल तक भाव पहुंच गया है।

17 कोल्ड स्टोर में इस बार एक लाख 38 हजार 534.51 मीट्रिक टन आलू का भंडारण था। इनमें से अब तक करीब 35 प्रतिशत ही निकासी हो पाई है। थरियांव क्षेत्र के उदय कोल्ड स्टोर में चार लाख 44 हजार बोरी (प्रति बोरी औसत 50 किलो) आलू भंडारण है। अभी तक मात्र एक लाख 60 हजार बोरी की ही निकासी हो पाई है।

शंकर वरदानी कोल्ड स्टोर के मैनेजर पप्पू सिंह यादव ने बताया कि इस बार तीन लाख 60 हजार बोरी का भंडारण है। किसानों ने एक लाख 20 हजार बोरी की निकासी की है, अगर आलू के दाम ऐसे ही तेजी से गिरते रहे तो आलू फेंका जाएगा। स्टोर के किराए के डर से किसान आलू निकालने ही नहीं आएगा। स्टोर से आलू को साफ कराने में काफी खर्च आएगा। उसके साथ ही किराया न मिलने का घाटा अलग होगा।

बोले किसान

फोटो- 16 किसान भूपेंद्र कुमार

लक्ष्मणपुर मजरे रामपुर थरियांव के मजरे लक्ष्मणपुर निवासी आलू किसान भूपेंद्र कुमार ने बताया कि स्टोर में 930 बोरी आलू भंडारण है। भाव की कमी की वजह से कोल्ड स्टोर का भाड़ा पल्लेदारी व बोरी की रकम नहीं आ पा रही है। मजबूरी में अभी आलू नहीं बेच रहे हैं।

फोटो- 17 किसान रामेश्वर लोधी-

शिवपुर निवासी रामेश्वर लोधी ने बताया कि आलू के गिरते दामों ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। बाजार में आलू का भाव नहीं मिल रहा है। अभी 700 और उच्च किस्म का आलू 1000 रुपये प्रति क्विंटल के दाम पर बिक रहा हैं। इतने में तो लागत निकलनी मुश्किल है।

कोट

फोटो- 27 आदित्य पांडेय

सरकार आलू किसानों की ओर ध्यान नहीं दे रही है। किसानों को आलू का भाव नहीं मिल रहा है। आलू का भाव नहीं मिला तो स्टोर में ही किसान आलू को छोड़ देंगे। इससे स्टोर मालिकों को काफी नुकसान होगा। कर्ज लेकर स्टोर का संचालन कर रहे मालिकों की बैंक की किस्त तक नहीं निकलेगी।

– आदित्य पांडेय, अध्यक्ष, फतेहपुर कोल्ड स्टोर एसोसिएशन।



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