शाह (फतेहपुर)। बांदा-टांडा हाईवे पर कार को ओवरटेक कर रही एंबुलेंस अचानक रोडवेज बस के सामने आ गई। एंबुलेंस को बचाने में बस अनियंत्रित होकर खड्ड में पलट गई। हादसे में 25 सवारियां घायल हो गईं। गंभीर रूप से घायल 11 लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। कार भी अनियंत्रित होकर गुमटी से टकरा गई। हादसा गाजीपुर थानाक्षेत्र के शाह चौकी अंतर्गत महमदपुर गांव के पास सोमवार सुबह करीब 10 बजे हुआ।
फतेहपुर डिपो से अनुबंधित बस सोमवार सुबह बांदा की ओर जा रही थी। महमदपुर के पास बांदा की ओर से आर ही एंबुलेंस कार को ओवरटेक करके बस के सामने आ गई। एंबुलेंस को बचाने में चालक ने बस को बाएं ओर दबा दिया। इससे बस दो-तीन फीट गहरे खड्डे में जाकर पलट गई। बस के आगे के दोनों टायर एक्सल समेत निकल गए। हादसा होते ही सवारियों में चीख-पुकार मच गई। आसपास मौजूद ग्रामीण और राहगीर मदद के लिए पहुंचे। सूचना पर शाह चौकी प्रभारी अविनाश मिश्रा भी टीम के साथ मौके पर आ गए। रोडवेज में कुल 33 लोग सवार थे।
पुलिस ने हुसैनगंज थाने के छेउका निवासी चंद्रभान सिंह, पूजा सिंह, राधानगर थानाक्षेत्र के नरपतपुर निवासी राजकुमार, दिनेश, मलवां थानाक्षेत्र के ठकुरइन का पुरवा निवासी सचिन, ललौली के गंगईपर निवासी विकास और उसकी पत्नी रामश्री, बरौंहा निवासी मालती देवी, रायबरेली निवासी सगी बहनें कमला, सुषमा और सैंबसी निवासी कल्लू को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं, रोडवेज चालक अनुरुद्ध मिश्रा, परिचालक ज्ञानेंद्र व अन्य 10 लोग मामूली रूप से जख्मी हुए। यह लोग मौके से चले गए। उधर, कार भी अनियंत्रित होकर कुछ दूर जाकर गुमटी में टकरा गई।
एएसपी विजय शंकर मिश्र ने बताया कि कुछ ही लोग घायल हुए हैं। हादसे में सभी लोग बाल-बाल बचे हैं। सकुशल यात्रियों को दूसरी रोडवेज से गंतव्य की ओर रवाना कर दिया गया था।
इनसेट
हादसे की यह बने वजह
– सड़क पर गड्ढे अधिक होने के कारण चालक ने जैसे ही बस को बाएं ओर दबाया, बस अनियंत्रित हो गई। तेज रफ्तार बस गड्ढे में उतरने से चालक ने स्टेयरिंग और ब्रेक से नियंत्रण खो दिया, जिससे बस खड्ड में उतर गई। – बताया जा रहा है कि एंबुलेंस सरकारी थी और इसके चालक ने तेज रफ्तार से गाड़ी को निकालने में कार को ओवरटेक करने में लापरवाही बरती। एंबुलेंस चालक कार के पीछे और रही बस की रफ्तार भाप नहीं पाया और वह जैसे ही कार के आगे निकला बस नजदीक आ गई। इससे एंबुलेंस बस से टकराने से भी बची। एंबुलेंस चालक यदि ओवरटेक न करता तो यह हादसा होने से बच सकता था।