बहुआ। खाना बनाते समय गैस सिलिंडर का पाइप लीकेज होने से आग लगने में काल के गाल में समाए महिला और उसके बच्चों के शवों का सोमवार की शाम पोस्टमार्टम हुआ। इसमें आग से जलने से मौत की पुष्टि हुई है। दुखद घड़ी में परिवार को ढांढस बंधाने ग्रामीणों की भीड़ जुटी। अंतिम संस्कार में हर आंख नम नजर आई।

ललौली थाना क्षेत्र के खटौली निवासी उमेश विश्वकर्मा फर्नीचर कारीगर की पत्नी अल्का देवी (27) और कमरे में गैस चूल्हे पर खाना पका रही थी। गैस सिलिंडर पाइप लीकेज से लगी आग की चपेट में अलका और उसका बेटा गौरव (5) और बेटी परी (2) आ गए थे। तीनों की कानपुर में इलाज दौरान मौत हो गई थी। हादसे से परिजन, रिश्तेदार और गांव के लोगों में मातम छा गया। हादसे को सुनने हर कोई मौके पर दौड़ा चला गया। चीत्कारों के बीच पोस्टमार्टम के बाद भिटौरा गंगा घाट किनारे शवों का अंतिम संस्कार हुआ। मृतका अल्का की चिता का उसके पति ने मुखाग्नि दी। बच्चों को उनके चाचा मुकेश ने दूसरी चिता में मुखाग्नि दी।

मासूम गौरव और परी परिवार के दुलारे थे। उनकी शरारत को याद कर पिता उमेश विश्वकर्मा, ताऊ अवधेश विश्वकर्मा,चाचा रामजी, मुकेश और दादी मां फूल दुलारी,नाना कमलेश और नानी रन्नो देवी बिलखते दिखे। गौरव जिंदपुर स्थित चंद्रशेखर आजाद कान्वेंट विद्यालय में केजी का छात्र था। वहीं रविवार की रात 12 बजे फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर जाकर साक्ष्य जुटाए हैं। एसडीएम प्रभाकर त्रिपाठी, सीओ जाफरगंज परशुराम त्रिपाठी ने मौके की जांच की। लोगो से पूछताछ किया है। ग्रामीणों में महिला के बच्चों संग जेवर के विवाद में आत्महत्या की भी चर्चा रही है। प्रभारी निरीक्षक संतोष सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार जांच की जा रही है। किसी पक्ष से कोई तहरीर नहीं आई है।



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