फर्रुखाबाद/नवाबगंज। जनपद में बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं के बीच मरीजों को आयुष्मान का झूठा आशीर्वाद दिया जा रहा है। एसीएमओ को निरीक्षण के दौरान नवाबगंज सीएचसी में जांचें ठप मिलीं। अधीक्षक व कर्मचारी अनुपस्थित थे। रजिस्टर पर हस्ताक्षर एडवांस में मिले। हेल्थ वेलनेस सेंटरों पर जांच के पूरे इंतजाम ही मुहैया नहीं हैं। एएनएम गायब रहती हैं।
सीएचसी नवाबगंज का एसीएमओ डॉ. दलबीर सिंह ने शनिवार सुबह 11 बजे निरीक्षण किया। अधीक्षक डॉ. लोकेश शर्मा मौजूद नहीं थे। पता चला कि सीएचसी पर रुकते भी नहीं हैं। एसीएमओ ने डॉ. गौरव राजपूत से पूछताछ कर उपस्थिति रजिस्टर देखा। इसमें अनुपस्थित होने के बावजूद कर्मी विभोर सिंह के एडवांस में हस्ताक्षर थे।
एएनएम रूबी लगातार गायब चल रही हैं। काउंसलर मंजू, सुशील कुमार, चंचल शाक्य, प्रवेश कुमार, राजेंद्र सिंह आदि कर्मचारी गैरहाजिर मिले। कई दिन से गायब काउंसलर मंजू की सेवा समाप्त करने के लिए डीपीएम कंचन बाला को निर्देश दिए। डॉ. वंदना मिश्रा व डॉ. वैभव यादव अनुपस्थित थे।
निरीक्षण के दौरान एसीएमओ ने डेंगू वार्ड व लेबर रूम में बेड पर चादर न देख नाराजगी जताई। एएनम नीलम चौधरी से स्पष्टीकरण तलब किया। वेइंग मशीन खराब और अस्पताल में सीबीसी जांच ठप थी। एलटी सुनील शुक्ला ने बताया कि रीजेंट न होने से सीबीसी जांच नहीं हो रही है। इस दौरान डॉ. नीलम बघेल डॉ. जसवीर सिंह, डॉ. शैलेष बाला, डॉ. श्याम किशोर आदि मौजूद रहे।