फतेहपुर। जिला अस्पताल की ओपीडी से गायब रहने वाले डाॅक्टर अब कार्रवाई से बच नहीं पाएंगे। इनके कक्ष के सामने लगी रोगियों की भीड़ की निगरानी स्वास्थ्य विभाग सीधे लखनऊ से करेगा। इसके लिए विभाग ने एकीकृत कमांड और नियंत्रण केंद्र की स्थापना की है। इसका डिप्टी सीएम बृजेश पाठक गुरुवार को लखनऊ में उद्घाटन करेंगे।
योजना के तहत व्यवस्था है कि ओपीडी में मरीजों की भीड या फिर वार्ड में आवारा जानवर दिखने पर तत्काल सीएमएस के पास कॉल पहुंचेगी। दो घंटे के अंदर समस्या का निस्तारण नहीं हुआ, तो कार्रवाई होना तय है। अब अस्पताल के 16 मुख्य स्थानों की 24 घंटे निगरानी होगी। खास बात यह है कि अभी तक जिला अस्पताल ने शासन की इस व्यवस्था पर धूल झोंकने की कोशिश की है। अभी तक वार्ड के अंदर, ओपीडी, इमरजेंसी चिकित्सा कक्ष, पैथोलाॅजी के अंदर, व्हील चेयर एवं स्ट्रेचर स्थल समेत कई महत्वपूर्ण स्थानों पर सीसीटीवी नहीं लगे हैं। भर्ती मरीजों की समस्याएं छिपाने के लिए अस्पताल प्रशासन ने किसी भी वार्ड में सीसीटीवी कैमरा नहीं लगवाया है। ऐसी स्थिति में शासन को अस्पताल की सही रिपोर्ट नहीं मिल पा रही थी। लेकिन अब नई व्यवस्था से अस्पताल का लगभग हर हिस्सा लखनऊ में बैठे अधिकारियों की नजर में होगा।
कोट्स
एकीकृत कमांड और नियंत्रण केंद्र से अस्पताल की निगरानी की व्यवस्था गुरुवार से शुरू हो जाएगी। इसके लिए 16 स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। माॅनिटरिंग सीएमएस करेंगे।
– डॉ. नरेश विशाल, नोडल अधिकारी।