फतेहपुर। यह मौसम डेंगू के लिहाज से अतिसंवेदनशील है। हर बीमारी की तरह डेंगू से भी बचाव और समय रहते इसके लक्षणों को पहचानने की जरूरत है। चिकित्सकों का कहना है कि कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वालों के लिए डेंगू ज्यादा घातक हो सकता है। ऐसे लोगों में बिना बुखार के भी डेंगू हो सकता है। ऐसे मामलों में थकान और शरीर में दर्द होता है। रोगी का ब्लड प्रेशर कम हो जाता है। सांसें तेज चलने लगती हैं। मधुमेह रोगियों का शुगर लेबल बढ़ जाता है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अशोक कुमार का कहना है कि डेंगू समेत कई मच्छर जनित बीमारियों से बचाव का सबसे बेहतर उपाय मच्छर जन्य परिस्थितियां ही पैदा न होने दें। इसके लिए घरों के आसपास मच्छर जनित स्रोत नष्ट कर दें और लोगों को जागरूक करें। डेंगू के लक्षण आने पर चिकित्सक से परामर्श लेने में देरी न करें। कहा, संतुलित और पौष्टिक आहार लें और नियमित अंतराल पर पानी और अन्य पेय पदार्थ पीते रहें। डेंगू के मामले में सावधान रहने की जरूरत है। समय से उपचार न होने पर स्थिति बिगड़ सकती है। जिला अस्पताल में 24 घंटे डेंगू जांच की सुविधा उपलब्ध है।

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इनसेट

एक नजर में स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई

– 1376 घरों में एंटी लार्वा और इंडोर स्प्रे का छिड़काव।

– 1569 कंटेनर खाली कराए गए।

– 82 कंटेनरों में लार्वा पाया गया।

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सामान्य डेंगू के लक्षण:-

-तेज बुखार, शरीर में तेज दर्द, उल्टियां, शरीर पर चकत्ते, कमजोरी।



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