धाता। सद्गुरु सेवा संघ नेत्र चिकित्सालय जानकी कुंड चित्रकूट की शाखा ने लोगों को आंख संबंधी बीमारियों की जांच व इलाज के लिए कैंप लगाया। कार्यक्रम परीक्षण अधिकारी मुकेश कुमार खरे ने लोगों को जानकारी दी।
बताया कि आंखों में मोतियाबिंद की बीमारी, जन्मजात, चोट लगने व जन्म के बाद किसी भी उम्र में हो सकती है। काला मोतिया जन्म व जन्म के बाद किसी उम्र में हो सकता है। डायबिटिक रेटिनोपैथी शुगर के मरीजों को होती है। इन्हें हर छह महीने में जांच करानी चाहिए। सही समय पर आंखों का मर्ज पता नहीं चलने व इलाज नहीं होने से रोशनी जाने की संभावना अधिक होती है। ऐसी सभी बीमारियों का इलाज जानकी कुंड स्थित अस्पताल में निशुल्क किया जाता है और मरीजों को अस्पताल तक ले जाने व वापस घर छोड़ने की सुविधा दी जाती है।
आंखों को हमेशा साफ ठंडे पानी से धोते रहना चाहिए। आंख तो पोंछने में साफ रुमाल व तौलिए का प्रयोग करें। गंदे हाथ से आंखों को न छुएं। डाॅ. विलास सिंह परिहार व रामऔतार पाठक ने बताया कि मृत्यु के बाद आंखों का दान कर किसी अन्य व्यक्ति को इस दुनिया को देखने का पुण्य कार्य भी किया जा सकता है। इस दौरान अभय कुमार, नितिन सिंह, चंदन सिंह, श्रवण श्रीवास्तव, कलीम आदि मौजूद रहे।