फोटो-29-कलेक्ट्रेट सभागार में खदान संचालकों के साथ बैठक करतीं डीएम सी. इंदुमती। संवाद
– खदान संचालकों ने रास्तों के नाम पर अवैध वसूली का उठाया मुद्दा
फतेहपुर। मौरंग खनन संचालकों के साथ जिलाधिकारी सी. इंदुमती ने सोमवार को कलेक्ट्रेट के सभागार में बैठक की। बैठक में पट्टाधारकों से पट्टा संचालन में आने वाली समस्याओं के संबंध में चर्चा की गई।
पट्टाधारकों ने बताया कि ग्राम अढ़ावल में स्वीकृत मौरंग खनन पट्टे के रास्ते पर कुछ लोग किसानों से उनकी जमीन का अनुबंध कर पट्टधारक से धनराशि मांगते हैं। खनिज लदे वाहनों की निकासी के लिए प्रति वाहन 300 से 400 रुपये मांगे जाते हैं। जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी सदर एवं पुलिस क्षेत्राधिकारी जाफरगंज को निर्देश दिए कि रास्ते के नाम पर किसी भी दशा में पट्टाधारकों का शोषण न होने पाए।
जिन किसानों की जमीन रास्ते के लिए पट्टेधारक उपयोग करते हैं, उन किसानों के खेत की पैमाइश कर मुआवजा बनता है, वह तहसील व उप जिलाधिकारी के माध्यम से किसानों को दिलाया जाए। कहा कि कोई भी बिना माइन टैंग के खनिज वाहन संचालित न होने पाए। वाहनों में नंबर प्लेट से छेड़छाड़ करने पर परिवहन विभाग कार्रवाई करें।
बैठक में मौजूद खान अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में जिले में एक खनन पट्टा संचालितहै। दो खनन पट्टा क्षेत्रों में पानी भरा होने के कारण काम बंद है। समीक्षा बैठक में अवैध खनन, अवैध परिवहन व ओवरलोडिंग पर कार्रवाई के लिए विशेष प्रवर्तन दल बनाने को निर्देशित किया गया। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक उदय शंकर सिंह, अपर जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी, पुलिस क्षेत्राधिकारी जाफरगंज एवं खान अधिकारी एवं समस्त पट्टाधारक उपस्थित रहे।