फतेहपुर। बहुआ ब्लॉक की लदिगवां समिति से 83 बोरी खाद की कालाबाजारी होने के मामले की जांच शुरू हो गई है। वहीं, ई-पॉस मशीन और मैनुअल रजिस्टर में भी खाद का कोई जिक्र नहीं है। जिला कृषि अधिकारी के निरीक्षण के बाद मामले का पर्दाफाश हुआ था। निबंधन एवं सहकारिता विभाग ने मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की है।
लदिगवां समिति में खाद की किल्लत की शिकायत होने पर मंगलवार काे जिला कृषि अधिकारी ने निरीक्षण किया। उन्होंने ई-पॉस मशीन और मैनुअल रजिस्टर की जांच की तो डीएपी की 83 बोरी में हेरफेर मिला। यह खाद अगस्त माह में वहां पहुंची थी। उन्होंने निबंधन एवं सहकारिता अधिकारी को मामले से अवगत कराया। निबंधन अधिकारी ने जांच के लिए एडीसीओ (अपर जिला सहकारिता अधिकारी) और एक एडीओ (सहायक विकास अधिकारी) को नियुक्त किया। जांच के दौरान वहां अब तक पहुंची संपूर्ण खाद का विवरण लिया जाएगा। साथ ही सचिव से पूछताछ होगी और इसके बाद जांच रिपोर्ट तैयार होगी। जिला निबंधन एवं सहकारिता अधिकारी मोहसिन जमील ने बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद संबंधित सचिव के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।
जिले में इन दिनों अवैध खाद की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है। नवंबवर में बिंदकी तहसील के खजुहा और शुक्रवार को बिंदकी कस्बे की एक दुकान में अवैध खाद पकड़ी गई थी। जिला कृषि अधिकारी बृजेश सिंह ने बताया कि अवैध खाद में मिलावट होने के आसार होते हैं, जिससे फसल को भी नुकसान होता है। ऐेसे में किसान सिर्फ ई-पॉस मशीन के माध्यम से खाद लें। वहीं ऑनलाइन पर्ची में जो मूल्य हैं, सिर्फ उतना ही भुगतान करें।