औंग। कई दिनों से लगातार बढ़ रहा गंगा का जलस्तर स्थिर हो गया है। बाढ़ थमने पर प्रशासन ने राहत की सांस ली। रविवार बाढ़ नियंत्रण कार्यालय भिटौरा की रिपोर्ट के मुताबिक, जलस्तर खतरे के निशान से 29 सेंटीमीटर ऊपर 101.250 मीटर पर स्थिर है। 12 घंटे के अंदर कोई बढ़ोतरी दर्ज नहीं हुई। मल्लू खेड़ा गांव के 11 परिवारों के 50 लोग गृहस्थी और मवेशी लेकर राहत शिविर से घर लौट गए हैं।
गंगा और पांडु नदी में पानी बढ़ने से मल्लूखेड़ा के 11 परिवार गृहस्थी और मवेशियों के साथ शनिवार को बाढ़ राहत शिविर महुआ घाटी पहुंचे थे। यह परिवार रविवार को घर लौट गयाा। शिविर में बिंदकी फॉर्म के 60 परिवार, जाड़े के पुरवा के 42 परिवार, सदनहा के सात परिवार और आशापुर पंचायत भवन में बेनीखेड़ा के 20 परिवार अभी मौजूद हैं। अगर पानी घटना शुरू होता है, तो जाड़े के पुरवा के लोग भी सोमवार या मंगलवार तक घर वापसी कर सकते हैं।
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कैबिनेट मंत्री करेंगे दौरा
बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा कैबिनेट मंत्री राकेश सचान सोमवार को करेंगे। वह साढ़े ग्यारह बजे राहत शिविर पहुंचेंगे। बाढ़ प्रभावित कुछ गांव भी जा सकते हैं। इसे देखते हुए प्रशासन चाक चौबंद व्यवस्था में लगा है। वह यहां एक घंटे तक रहेंगे। इसके बाद जिला मुख्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।