संवाद न्यूज एजेंसी

फतेहपुर। नवरात्र शुरू होते ही सोने और चांदी के भाव में उछाल आया है। फिर भी फुटकर खरीदारों पर इसका प्रभाव नहीं पड़ा है। पहले की अपेक्षा इन दिनों नवरात्र पर सराफा बाजार गुलजार हुआ है। हालांकि बड़े मानक की ज्वैलरी की खरीद में मंदी देखने को मिली है, लेकिन हॉलमार्क ज्वैलरी की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है।

एक सप्ताह में सोने से ज्यादा चांदी में उछाल आई। 10 अक्तूबर को चांदी का भाव 69 हजार रुपये प्रतिकिलो था जो 17 अक्तूबर को बढ़कर 73 हजार पांच सौ हो गई। वहीं, सोने के भाव पिछले सोमवार को 59 हजार रुपये था, जिसका रेट बढ़कर 61 हजार हो गया। चांदी में साढ़े चार हजार रुपये की उछाल आई, वहीं सोने का भाव दो हजार रुपये चढ़ गए।

सराफ व्यवसायी बताते हैँ कि जब भी दो देशों के बीच युद्ध होता है, तो उन देशों के साथ ही अन्य देशों में भी आर्थिक कमजोरी आने की आशंका बढ़ जाती है। इसका कारण है कि सभी देश किसी न किसी रूप में एक-दूसरे से जुड़े हैँ। पिछले दिनों इस्राइल-हमास युद्ध शुरू होने से देश में सोने और चांदी के भाव में तेजी से उछाल आया है। इससे आसार थे कि इस बार त्योहारों में सराफ की बिक्री में मंदी रहेगी। लेकिन सराफा बाजार में इसका बहुत अधिक प्रभाव नहीं है। छोटे मानकों के आभूषणों की बिक्री तेजी से हो रही है। इन दिनों कंपनी निर्मित ज्वैलरी की बिक्री तेज हुई है।

बोले सराफा व्यवसायी –

सराफा व्यवसायी आनंद स्वरूप रस्तोगी ने बताया कि इन दिनों कंपनी निर्मित चेन बिक रही है। सहालग होने की वजह से लोग गुणवत्ता के आधार पर आभूषण खरीद रहे हैं।

व्यवसायी माेनू रस्तोगी ने बताया कि उनकी दुकान पर कंपनी की प्रदर्शनी लगी है। इस कारण मंदी का बहुत अधिक प्रभाव नहीं है। त्योहार में आभूषण बनाने के मेकिंग चार्ज में 50 प्रतिशत की छूट दी गई है।

सराफा व्यवसायी पप्पन रस्तोगी ने बताया कि सोने-चांदी के भाव में उछाल आने से बड़े मानकों की ज्वैलरी में मंंदी आई है। लेकिन छोटे मानक के आभूषण बिक रहे हैं।



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