तालग्राम। जिंदा किसानों को मृत बताकर किसान सम्मान निधि रोकने का मामला सामना आया है। यह किसान तालग्राम ब्लॉक के बिचपुर्वा गांव के हैं। सत्यापन के दौरान सरकारी विभाग के कर्मचारियों ने गलत रिपोर्ट लगा दी है। अब यह किसान खुद को जिंदा साबित करने और किस्त पाने के लिए विभागीय अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं।

बिचपुर्वा गांव के किसान सुरेंद्र पुत्र गेंदालाल और रामदीन पुत्र पूरनलाल ने बताया कि उनको किसान सम्मान निधि की धनराशि खाते में आती थी। सुरेंद्र के खाते में अब तक सात किश्त और रामदीन के खाते में 11 किश्त की रकम आ चुकी है। इसके बाद कोई किश्त नहीं आई है। किसानों का कहना है कि पांच दिन पहले जनसेवा केंद्र पर किसान निधि का रुपये निकालने गए तो पता चला सम्मान निधि नहीं आई है। जब डिटेल निकलाई तो पता चला कि उन लोगों को मृत दर्शा कर निधि रोक दी गई है।

इससे दोनों किसान चौंक पड़े। अब दोनों पीड़ित किसान राजस्व से लेकर कृषि विभाग के अधिकारियों के चक्कर लगाकर खुद को जिंदा दर्शाकर और सम्मान निधि चालू कराने के लिए चक्कर लगा रहे है।

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भाकियू ने कहा- डीएम तक पहुंचाएंगे मामला

भाकियू किसान यूनियन ( टिकैत) जिलाध्यक्ष शमीम सिद्दीकी का कहना है कि इस मामले को डीएम को अवगत कराएंगे। पूरे मामले की जांच कराकर किसान सम्मान निधि चालू कराई जाएगी। गलत सत्यापन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग करेंगे।

यह है निधि दोबारा पाने का रास्ता

तालग्राम के कृषि तकनीकी सहायक शिवपाल सिंह का कहना है कि किसान एक घोषणा पत्र, खाता खतौनी, आधार कार्ड को लेखपाल से सत्यापित कराकर कृषि उप निर्देशक कार्यालय में उपलब्ध करवा दें। उनकी सम्मान निधि कि किश्त शुरू हो जाएगी।



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