फतेहपुर। एक तरफ सरकार डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने की बात कर रही हैं तो दूसरी तरफ परिवहन निगम इसमें सहयोग नहीं कर रहा। रोडवेज बसों में परिचालक टिकट का ऑनलाइन भुगतान लेने से कतरा रहे हैं। झंझट होने का हवाला देकर सवारियों पर नकद रुपये देने का दबाव बना रहे हैं। इसे लेकर यात्रियों से बहस भी हो रही है। जबकि निगम ने ऑनलाइन भुगतान की सुविधा शुरू की हुई है।

फतेहपुर डिपो से रोजाना बाहरी और लोकल रूट पर 117 बसों का संचालन होता है, जिसमें 81 बसें निगम की हैं और 36 बसें अनुबंधित हैं। बसों में बहुत से ऐसे यात्री होते हैं जो अपने साथ नकद रुपये ले कर नहीं चलते और टिकट का ऑनलाइन भुगतान करने की बात कहते हैं। बस में मौजूद परिचालक टिकट का ऑनलाइन भुगतान न ले कर यात्रियों से नकद रुपये देने का दबाव बनाते हैं। इससे अक्सर परिचालक और यात्रियों के बीच कहासुनी होती है। हालांकि कभी-कभी यात्री दूसरे यात्री के मोबाइल पर रुपये ट्रांसफर कर उससे नकद रुपये लेते हैं। इसके बाद परिचालक को टिकट का नकद भुगतान करते हैं।

डिजिटल पेमेंट न होने से यात्रियों को असुविधा का सामना करता पड़ रहा है। जबकि डिपो में ऑनलाइन भुगतान की सुविधा शुरू हो चुकी है। परिचालकों ने बताया कि ऑनलाइन भुगतान को कैश रूम में जमा करने में असुविधा होती है और अक्सर उन्हें अपनी जेब से भी इसकी भरपाई करनी पड़ जाती है। इस कारण वह ऑनलाइन पेमेंट नहीं लेते हैं।

बोले यात्री

फोटो- 3- संजय सिंह।

यात्री संजय सिंह ने बताया कि ऑनलाइन पेमेंट न होने से अक्सर समस्या का सामना करना पड़ता है। अधिकतर के पास फुटकर रुपये नहीं होते हैं और ऑनलाइन पेमेंट करने के लिए परिचालक मना करते हैं। इससे काफी समस्या होती है।

फोटो- 4- राजेश।

यात्री राजेश ने बताया कि डिजिटल पेमेंट शुरू हो जाने से लोग अब नकद रुपये बहुत कम ले कर चलते हैं। लेकिन रोडवेज बस में ऑनलाइन भुगतान न होने से अक्सर परिचालकों से कहासुनी होती है। इससे काफी समस्या होती है।

कोट

बसों में टिकट का ऑनलाइन भुगतान करने की सुविधा शुरू है। अभी तक ऐसा मामला संज्ञान में नहीं आया है। अगर ऐसा मामला आता है तो इसकी जांच की जाएगी।

– विपिन अग्रवाल, एआरएम, फतेहपुर डिपो।



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