बिंदकी। तहसील क्षेत्र के प्राचीन मंदिर और तालाब संरक्षित होंगे। तीन मंदिर और दो प्राचीन तालाब संरक्षित करने के लिए अंतिम अधिसूचना जारी हो गई है। इनका संरक्षण पुरातत्व विभाग करेगा।
तहसील क्षेत्र के रेवाड़ी बुजुर्ग गांव स्थित बड़ा शिवाला शिव मंदिर, अमौरा गांव स्थित शिव मंदिर और तुलाराम तालाब के अलावा तहसील क्षेत्र के शिव मंदिर व तालाब को पुरातत्व विभाग संरक्षित करेगा। संरक्षण के लिए सरकार बजट जारी करेगी। तालाबों का सुंदरीकरण और सफाई होगी। रेवाड़ी बुजुर्ग गांव स्थित बड़ा शिवाला शिव मंदिर 300 वर्ष से अधिक पुराना है।
क्षेत्र के लोग इस मंदिर के प्रति विशेष आस्था रखते हैं। ग्रामीण बताते हैं कि दो बार बिजली गिरने के बावजूद यह मंदिर क्षतिग्रस्त नहीं हुआ। इसी प्रकार अमौरा स्थित शिव मंदिर भी प्राचीन बताया जाता है। ग्रामीणों को कहना है कि यह मंदिर शुरू से ही यहां पर स्थापित है। मंदिरों को संरक्षित करने के फैसले से लोगों में खुशी है।
कई दशक से उपेक्षित इन मंदिरों को सहेजने के लिए कोई कवायद नहीं की गई थी। ग्रामीण ही इन मंदिरों की देखरेख मिलकर करते चले जा रहे है, लेकिन शासन से अब बजट मिलने के बाद मंदिरों और तालाबों का एक और जहां विकास होगा, वहीं संस्कृति भी सहेजी जा सकेगी।