फतेहपुर। इंडियन ऑयल की बरौनी-मथुरा पाइप लाइन तोड़कर तेल चुराने वाले माफिया पर पुलिस ने गैंगस्टर के मामले में तीन साल बाद कार्रवाई की है। शासन स्तर पर मामले को संज्ञान में लेने के बाद पुलिस हरकत में आई। स्पेशल टीम ने माफिया को मथुरा से गिरफ्तार किया है और उसे जेल भेजा है।
मलवां थानाक्षेत्र में पाइप लाइन तोड़कर तेल चोरी के दो मामले में मथुरा के फरह थाने के बेरी गांव निवासी मनोज कुमार अग्रवाल वर्ष 2019 में नामजद हुआ था। उसके खिलाफ मलवां पुलिस ने गैंगस्टर की कार्रवाई की थी। इस मुकदमे में बड़ी ही आसानी से मनोज अग्रवाल पुलिस से साठगांठ कर जांच से बाहर निकल गया था। प्रकरण की शिकायत शासन से की गई थी।
शिकायत को संज्ञान में लेने के बाद प्रयागराज एडीजी को कार्रवाई के आदेश दिए गए। एडीजी के आदेश पर 23 मई को एसपी ने गैंगस्टर के मामले में दोबारा विवेचना के आदेश किए। विवेचना सीओ थरियांव प्रगति यादव को मिली। सीओ ने विवेचना में साक्ष्य संकलन के लिए इंस्पेक्टर सरताज अली, उपनिरीक्षक मनोज कुमार, सर्विलांस टीम के उपनिरीक्षक अभिलाष तिवारी, एसओजी के आरक्षी शैलेंद्र कुशवाहा, विपिन मिश्र व मलवां थानाध्यक्ष मुकेश सिंह की संयुक्त टीम गठित की।
गैंगस्टर कोर्ट से एक दिसंबर को मनोज के खिलाफ गैरजमानती वारंट लेकर टीम मथुरा रवाना हुई। मथुरा के हाईवे थानाक्षेत्र के गोवर्धन से मनोज की शनिवार को गिरफ्तारी की गई। हाईवे थाने में टीम ने मनोज को दाखिल किया। इसके बाद रविवार को रिमांड कोर्ट में पेश किया। थानाध्यक्ष मुकेश सिंह ने बताया कि तेल माफिया को कोर्ट ने गैंगस्टर मामले में जेल भेजा है। उसके खिलाफ तेल चोरी समेत अन्य कुल 53 मुकदमे प्रदेश और गैर प्रांतों में दर्ज हैं।