फतेहपुर। जन्माष्टमी का पर्व दो दिन मनाया जाएगा। दो दिन अष्टमी तिथि होने से छह और सात सितंबर दोनों दिन जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। बाजारों में कृष्ण जन्म से जुड़े सामानों की दुकानें सज गई हैं।
सजावट के लिए बांसुरी, झूला, इलेक्ट्रॉनिक झालरें, रंग बिरंगे कागज (अबरी) से दुकानें सजी हैं। दुकानों में मंगलवार को लोग सामानों की खरीदारी करते रहे। चौक के साथ ही पत्थरकटा चौराहा, पटेल नगर, ज्वालागंज, लोधीगंज, राधानगर में दुकानें लगी हैं। चौक के मूर्ति दुकानदार जीतू हरायण ने बताया कि भगवान कृष्ण के बाल स्वरूप लड्डू गोपाल की पीतल की मूर्ति की मांग बढ़ी है। डिजाइनर तांना-पीतल के झूले और बांसुरी की भी बिक्री हो रही है।
आचार्य दुर्गादत्त शास्त्री ने बताया कि हमेशा से जन्माष्टमी का पर्व दो दिन मनाया जाता है। इस बार छह सितंबर को रोहिणी नक्षत्र और सप्तमी भेदी अष्टमी तिथि होने से गृहस्थों के लिए जन्माष्टमी का व्रत रहना उत्तम रहेगा। वहीं सात सितंबर को मठ, मंदिरों में उत्सव मनाया जाएगा।