– जिला पूर्ति विभाग में धीमी गति से हो रहे काम के चलते राशनकार्ड के पात्र लाभ से हैं वंचित

संवाद न्यूज एजेंसी

फतेहपुर। जिला पूर्ति विभाग में ग्रामीण क्षेत्र के करीब दो हजार अपात्र राशन कार्डों का सरेंडर नहीं हुआ, जबकि वे अपना कार्ड सरेंडर कराने के लिए विभाग को पहले संदेशा दे चुके हैं। वहीं विभाग की धीमी गति से काम होने से पात्र लोग लाभार्थी वंचित हैं।

जिला पूर्ति विभाग में इस समय 5.02 लाख राशन कार्डधारकों का पंजीकरण है और हर माह करीब 20.36 लाख यूनिट राशन का वितरण होता है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार विभाग में शहरी क्षेत्र के 64 प्रतिशत और ग्रामीण क्षेत्र के 79 प्रतिशत पात्र लोग ही राशन कार्ड का आवेदन कर सकते हैं। हालांकि इस समय दोनों क्षेत्रों में आवेदन संख्या पूर्ण हो चुकी है। अब दाेनों क्षेत्रों से न तो नए राशन कार्ड का आवेदन लिया जा रहा है और न ही धारकों का यूनिट संशोधन हो रहा है। विभाग ने ग्रामीण क्षेत्रों से अपात्र हुए करीब दो हजार राशन कार्डों को अब तक निरस्त नहीं किया है। ऐसे में विभागीय लापरवाही के चलते पात्र आवेदकों को जहमत उठानी पड़ रही है।

शहरी इलाकों में नहीं शुरू हुआ अपात्रों का सर्वे

शहरी क्षेत्र में राशन कार्ड आवेदन की संख्या पूर्ण हो जाने के बाद नए आवेदन नहीं हो रहे और पिछले करीब चार माह से ऐसी स्थिति बनी है। इस दौरान विभाग में करीब 1500 से अधिक नए राशन कार्ड का आवेदन डंप हैं। करीब एक माह पहले विभाग ने नगर पालिका के माध्यम से सर्वे करा कर अपात्रों को चिह्नित कर उनके राशन कार्ड निरस्त करने की बात कहीं थी। ताकि नए आवेदन की जगह बन सकें। लेकिन अब तक शहरी क्षेत्र के अपात्रों का सर्वे नहीं शुरू हुआ।

आठ माह सरेंडर की कार्रवाई

आठ माह पहले विभाग में करीब दो हजार अपात्र राशन कार्ड धारकों ने अपने कार्ड सरेंडर कराने के लिए विभाग को संदेश दिया और अब तक उनके कार्ड सरेंडर नहीं हुए। हालांकि अब विभाग ने ग्रामीण क्षेत्र के अपात्र राशन कार्डाें को निरस्त करना शुरू कर दिया है। मंगलवार को पूर्ति विभाग की तरफ से 40 अपात्रों का राशन कार्ड निरस्त किया गया है।

-कोट

ग्रामीण क्षेत्र में राशन आवेदन की संख्या पूर्ण हो चुकी है। अपात्रों के कार्ड सरेंडर होने की जानकारी मुझे नहीं है। जल्द ही नगर पालिका के माध्यम से सर्वे करा कर अपात्रों के कार्ड को निरस्त किया जाएगा।

– अभय प्रताप सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी



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