औंग। मलवां ब्लॉक के ग्राम पंचायत अधिकारी पर परिवार रजिस्टर में हेराफेरी करने का आरोप लगा है। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर की गई है। जांच में हेराफेरी की पुष्टि होने पर ग्राम पंचायत सचिव को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।
ग्राम पंचायत औंग के राजस्व ग्राम कीचकपुर निवासी शैलेंद्र प्रताप सिंह पुत्र भानु प्रताप सिंह ने नौ अगस्त को मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत करके ग्राम पंचायत अधिकारी राजेश कुमार पर परिवार रजिस्टर में हेराफेरी कर नकल जारी करने का आरोप लगाया था। इसकी जांच सहायक विकास अधिकारी पंचायत राकेश पुष्कर ने की। पुष्कर ने जांच रिपोर्ट में कहा है कि ग्राम पंचायत अधिकारी राजेश कुमार ने मृतक राजरानी पत्नी प्रभाकर सिंह के परिवार रजिस्टर में हेराफेरी की।
ग्राम पंचायत अधिकारी राजेश कुमार ने मृतका राजरानी को ”उस परिवार का न होना” साबित करने के लिए दूसरा परिवार अंकित करके बड़ा कारनामा किया है। एडीओ पंचायत ने जांच में दोषी पाए जाने पर ग्राम पंचायत अधिकारी राजेश कुमार को नोटिस देकर तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा है। संतोषजनक जवाब न देने पर कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को अवगत कराने की चेतावनी भी दी है। नोटिस के बावजूद ग्राम पंचायत सचिव पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। एडीओ पंचायत ने डीपीआरओ को कार्रवाई के लिए पत्रावलियां भेजी हैं।
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मृत्यु प्रमाणपत्र के लिए एक माह लगाया चक्कर
ग्राम पंचायत अधिकारी की एक और आईजीआरएस में शिकायत हुई थी। इसमें सुनील कुमार गुप्ता व सोमदेव गुप्ता ने आरोप लगाया था कि उनके पिता व्यासदेव की मौत 11 मई 2023 को हुई थी। इसके तीन दिन बाद मृतक और आवेदक का आधारकार्ड, अंतिम संस्कार प्रमाण पत्र की छाया प्रति पंचायत सचिव को दे दी गई थी, लेकिन दो माह तक दौड़ लगाते रहे, लेकिन पंचायत अधिकारी ने मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं किया।
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