बिंदकी। नाली पर पटिया बिछाने को लेकर आठ अक्तूबर को परिवार के लोगों की पिटाई से घायल हुए पूर्व प्रधान और भाजपा नेता की कानपुर के अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। उनका शव मंगलवार शाम गांव पहुंचा। पुलिस तहरीर आने पर मुकदमा दर्ज करने की बात कह रही है।
कोतवाली क्षेत्र के रारी खुर्द के पूर्व प्रधान व भाजपा अनुसूचित मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष रामलाल पासवान (65) का परिवार के रामनारायण पासवान पक्ष से आठ अक्तूबर को विवाद हो गया था। नाली पर पटिया बिछाने को लेकर शुरू हुआ विवाद कुछ ही देर में इतना बढ़ा कि लाठी-डंडे चलने के साथ पथराव हो गया।
रामलाल और उनका पुत्र पंकज, भतीजा अमन, पत्नी चंदा देवी घायल हुईं थीं। दूसरे पक्ष से रामनारायण व उसका पुत्र संजय, बहू ललिता देवी घायल हुईं थीं। पुलिस ने घायलों का मेडिकल कराया था। हालत गंभीर होने से रामलाल को जिला अस्पताल से कानपुर हैलट रेफर किया था। जहां से परिजन उन्हें रीजेंसी ले गए थे। जहां मंगलवार भोर रामलाल की मौत हो गई। दोपहर बाद शव गांव पहुंचा।
ग्रामीणों में रामलाल की मौत से रोष व्याप्त है। ग्रामीणों के मुताबिक दोनों परिवारों के बीच में वर्चस्व को लेकर खुन्नस चली आ रही है। रामनारायण दरवाजे से गुजरी नाली पर एक फिट की दीवार खड़ी कराकर पटिया बिछा रहा था। इसी पर रामलाल ने आपत्ति जताई तो दोनों पक्षों के बीच विवाद हो गया था।
कोतवाल अरुण कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि अभी तहरीर नहीं आई है। गांव में पुलिस को तैनात किया गया है। तहरीर आते ही मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।
पूर्व और वर्तमान प्रधान के खिलाफ पुलिस ने दर्ज की थी रिपोर्ट
पुलिस को मारपीट के बाद रामनारायन पासवान पक्ष से तहरीर मिली थी। पुलिस ने इस तहरीर पर रामलाल, वर्तमान प्रधान रघुनंदन, मृतक के पुत्र पंकज, भाई रामशंकर, भतीजे अमन व विमला के खिलाफ बलवा, मारपीट का मुकदमा दर्ज किया था। रामनारायण पक्ष का आरोप है कि नाली को पटिया रखकर ढक रहा था। इसका रामलाल ने विरोध किया और प्रधान रघुनंदन को बुला लिया। प्रधान ने नाली पर पटिया रखने से रोक दिया। इसी बात पर प्रधान रघुनंदन, रामलाल, पंकज, रामशंकर, अमन ने उसे और बहू ललिता देवी को पीट दिया।