फोटो-07- असोथर पीएचसी स्थित प्रसव केंद्र। संवाद

क्रासर

– – मरीजों ने लगाया आरोप- असोथर पीएचसी में तैनात एक नर्स बाहर से जांच कराने का बनाती है दबाव

संवाद न्यूज एजेंसी

असोथर। प्रदेश सरकार की ओर से जरूरतमंदों को मुफ्त इलाज की सुविधा दी जा रही हैं, लेकिन असोथर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रसव केंद्र में गर्भवतियों को इलाज के नाम पर परेशान किया जा रहा है। उन पर निजी पैथोलॉजी से जांच कराने का दबाव बनाया जा रहा है।

गर्भवती शिवाकांती पत्नी शिवमोहन निवासी छेदी का पुरवा मजरे कंधिया ने बताया कि वह रविवार सुबह असोथर पीएचसी में जांच कराने गई थीं। प्रसव केंद्र में रात्रि ड्यूटी पर तैनात एक नर्स ने प्राइवेट पैथोलॉजी से जांच करवाने का दबाव बनाया। धमकी दी कि मरीज को कोई दिक्कत होती है तो वह खुद जिम्मेदार होंगे। गर्भवती की जेठानी का आरोप है कि नर्स ने फटकारते हुए कहा कि सरकारी अस्पताल में सीबीसी की जांच गलत होती है।

असोथर क्षेत्र के कंधिया गांव निवासी इसरार की गर्भवती पत्नी राजिया ने बताया कि उन्हें कुछ दिन पहले प्रसव पीड़ा हुई। वह पीएचसी में जांच करवाने गईं। वहां पर एक नर्स ने कहा कि सबसे पहले प्राइवेट पैथोलॉजी से सीबीसी की जांच करवानी होगी, जिसकी फीस 300 रुपये है। नर्स ने कहा कि सरकारी अस्पताल में यह जांच ही नहीं होती है।

बताया जाता है कि नर्स के पति ही पीएचसी के पास निजी पैथोलाॅजी का संचालन कर रहे हैं। इस मामले में पीएचसी प्रभारी राघवेंद्र सिंह ने बताया कि यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। अगर कोई शिकायत सामने आती है तो दोषी पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं, आरोप लगने के बाद नर्स का कहना है कि रविवार को अस्पताल की लैब बंद रहती है। मरीज की जांच कराना आवश्यक थी। हमने बाहर से जांच कराने के लिए कहा था। पति की पैथोलाॅजी या अन्य किसी पैथोलॉजी भेजने की बात बिल्कुल नहीं की। दोनों महिलाएं अवकाश के दिन ही आईं थीं।



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