बहुआ। यमुना नदी पर बने दतौली पुल की मरम्मत में देरी से बांदा-टांडा हाईवे का व्यापार चौपट हो रहा है। कई परिवारों का निवाला छिन गया है और कई कतार में हैं। दुकानें बंद कर लोग दूसरे काम की तलाश में पलायन कर रहे हैं। पुल क्षतिग्रस्त होने से छह माह से बड़े वाहनों और बसों का आवागमन पूरी तरह से बंद है। काम को सितंबर माह में पूरा करना था लेकिन सुस्त रफ्तार के कारण अब यह नवंबर तक चलेगा।
दतौली यमुना पुल फतेहपुर और बांदा जिले को जोड़ता है। इससे बांदा, हमीरपुर, अजयगढ़, सतना, चित्रकूट, महोबा, कबरई, रायबरेली, लालगंज, लखनऊ, कानपुर समेत प्रमुख शहरों के लिए भारी वाहन, बस, चार पहिया समेत हजारों वाहन प्रतिदिन निकलते हैं। हाईवे के किनारे स्थित ढाबे, परचून, चाय, पकौड़ी, टायर रिपेयरिंग, धुलाई सेंटर सहित दर्जनों दुकानों से 200 से अधिक परिवारों की रोजी-रोटी चलती थी, लेकिन पुल बंद होने के बाद ज्यादातर का व्यापार चौपट हो गया। दुकानें बंद कर लोग दूसरे काम की तलाश में भटक रहे हैं। कई परिवार मजदूरी के लिए शहर से बाहर चला गया है।
इनसेट
43 साल पुराने पुल की हो रही मरम्मत
24 पिलरों पर खड़े दतौली पुल का निर्माण वर्ष 1972 में शुरू होकर 1980 में पूरा हुआ। साल 2018 में पुल का बुश खिसक गया, मरम्मत के बाद आवागमन सुचारू हुआ। चार साल बाद वर्ष 2022 में पुल की सड़क धंस गई। एनएचएआई ने मरम्मत कर फिर आवागमन शुरू करा दिया। पुल 43 साल पुराना होने से फरवरी में आवागमन के लिए खतरा बन गया। सेतु निगम प्रयागराज और दिल्ली से सेंट्रल रोड रिसर्च इंस्टीट्यूट सर्वे की टीम ने पुल को जर्जर घोषित कर दिया। जिला प्रशासन ने मार्च में पुल से भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी। भारी वाहनों को बहुआ कस्बे से ललौली होकर चिल्ला पुल से बांदा, महोबा, कबरई, सतना समेत अन्य शहरों के लिए डायवर्ट किया गया।
इनके सुनें दास्तां
फोटो-11- कुलदीप कुमार
पवारनपुर के रहने वाले कुलदीप कुमार बहुआ के समीप बड़ी नहर के पास लकड़ी की गुमटी में पान मसाला और परचून की दुकान रखे हैं। उन्होंने बताया की पुल से वाहनों का आवागमन बंद होने से रोजगार चौपट हो गया है। अब दुकान बंद कर मजदूरी कर रहे हैं।
फोटो-12- सुशील सिंह भदौरिया
ओती के ढाबा संचालक सुशील सिंह भदौरिया ने बताया कि दतौली पुल के क्षतिग्रस्त होने और वाहनों के बंद हो जाने से ढाबा व्यवसाय ठप हो गया है। ढाबा सात महीने से बंद पड़ा है। रोजी रोटी के लाले हैं। कर्मचारी भी जा चुके हैं। वह खेती करके परिवार चला रहे हैं।
फोटो-13- पुष्पेंद्र तिवारी।
बहुआ के समीप बड़ी नहर पुल के पास चाय-पकौड़ी की दुकान चलाने वाले पुष्पेंद्र तिवारी ने बताया कि हाईवे पर वाहनों के आवागमन से अच्छी दुकानदारी हो जाती थी। अब बोहनी तक नहीं होती। त्योहार से पहले पुल चालू होने की उम्मीद थी जो पूरी होती नहीं दिख रही।
फोटो-14- राजा सिंह।
दतौली गांव निवासी ढाबा संचालक राजा सिंह ने बताया कि पुल बंद हो जाने से ढाबा चलाना मुश्किल हो रहा है। जून में कुछ दिन काम चालू रखा लेकिन नुकसान होने से बंद करना पड़ा। कर्मचारियों ने भी दूसरी जगह काम तलाश लिया है। अब तो परिवार चलाना मुश्किल हो रहा।
कोट
यमुना नदी के दतौली पुल पर सन फील्ड मोरेर इंडिया लिमिटेड के कर्मचारी काम कर रहे हैं। अभी मरम्मत का काफी काम शेष है। सितंबर तक काम पूरा होना था लेकिन अब यह नवंबर तक चलेगा।
– आयुष्मान कुमार, इंजीनियर, एनएचएआई ।