फतेहपुर। नहर में बहन को खोजने के लिए कूदा दीपक तीन बहनों में इकलौता है। दीपक का छोटी बहन रानी से अक्सर विवाद विवाद होता था, लेकिन उनमें प्यार भी अटूट है, दीपक ने यह साबित भी करके दिखा दिया।
बुधवार को रक्षाबंधन का पर्व होने के कारण बहनें तैयारियों में जुटी थीं, लेकिन मंगलवार सुबह जैसे ही रानी के साथ ही दीपक के नहर में लापता होने की खबर पहुंची त्योहार की खुशियां काफूर हो गईं। परिवार से जुड़े लोगों ने बताया कि भाई-बहनें एक दूसरे पर जान न्योछावर करते हैं। तभी बहन के नहर में कूदते ही दीपक ने भी पीछे से छलांग लगा दी। रक्षाबंधन पर्व से ठीक पहले भाई दीपक और बहन रानी के नहर में कूदने की खबर से क्षेत्रीय लोग गमगीन हैं। आसपास कई गांव के लोग नहर पुल पर पहुंचे। टकटकी लगाकर सर्च अभियान को देखते रहे। ईश्वर से दोनों की सलामती के लिए दुआ मांगते रहे। मां मीना पुलिस वालों के सामने हाथ जोड़ती दिखीं। बोलीं, उसके लाल को बचा लो। एक हाथ और पैर से दिव्यांग दीपक तीन बहनों के बीच इकलौता है।
उसकी बड़ी दो बहनें एकता और मुक्ता शादीशुदा हैं। सबसे छोटी रानी है। पड़ोसियों ने बताया कि दीपक और रानी के बीच अक्सर विवाद होता रहता था। दीपक बहन को इतना चाहता है कि उसने अपनी जान की फ्रिक नहीं की। इसका उन्हें एहसास नहीं था। कानपुर के किसान नगर हरकूपुरवा निवासी एकता और दूसरी भिंड जिला मुरैना से मुक्ता दोनों बहने गांव पहुंचीं। बहनें बोलीं, उन्हें राखी पर आना था। भाई न मिला तो किसे राखी बांधेगीं।
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हाथ पकड़ा तो काटकर भागी थी रानी
मां मीना ने बताया कि पुत्र दीपक से झगड़े के बाद बेटी रानी सुबह करीब साढ़े छह बजे घर से जान देने के लिए निकल गई। उसने बेटी का हाथ पकड़ा। बेटी उसके हाथ में काटकर भाग निकली। दीपक पीछा करते पहुंचा था। बेटे की मानसिक हालत ठीक नहीं रहती है। उसका झाड़फूक का इलाज कराती है।
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एसडीआरएफ का इंतजार, दो जगह लगा जाल
पीएसी शाम तक भाई-बहन को खोजने में असफल रहे। एसडीआरएफ का पुलिस इंतजार करती रही। पुलिस पूरे दिन स्थानीय गोताखोर, पीएसी के भरोसे रही। पुलिस ने बरिगवां नहर पुल और शाहजहांपुर पुल के पास जाल डलवाया है।