बिंदकी। दो दशक से जर्जर पड़े रोडवेज बस अड्डे के दिन जल्द बहुरने वाले हैं। बस अड्डे के जीर्णोद्धार के लिए शासन से 2.30 करोड़ के बजट को मंजूरी मिल गई है। पुराने भवन की नीलामी प्रक्रिया होने के बाद अब जर्जर भवन को तोड़ने का काम शुरू किया गया है। जल्द ही बस अड्डे को संवारने का काम शुरू होगा।
कस्बे के महरहा रोड स्थित रोडवेज बस अड्डा पिछले करीब दो दशक से जर्जर अवस्था में पड़ा था। बस अड्डे के अंदर बसों का आवागमन न हाेने से कर्मचारियों की नियुक्ति भी नहीं थी। छह माह पूर्व जनप्रतिनिधियों के प्रयास से बस अड्डे का जीर्णोद्धार कराने के लिए दो करोड़ 30 लाख रुपये की शासन से मंजूरी मिली थी। इस दौरान पुराने जर्जर भवन की नीलामी प्रक्रिया पूरी होने के बाद रविवार को भवन के तोड़ेने का काम शुरू हो गया। बस अड्डे का जर्जर टीन शेड, कमरे और बाउंड्री को तोड़े जाने के बाद नए सिरे से जीर्णोद्धार का काम शुरू होगा। इस दौरान बस अड्डे के नवीनीकरण में यात्रियों के लिए शौचालय, पानी, कैंटीन, प्रतीक्षा भवन समेत सभी प्रकार की सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी। इसके अलावा बस अड्डे के संचालन के लिए स्टाफ की नियुक्ति भी होगी, जिससे यात्रियों को चौराहे पर खड़े होकर बसों का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। एआरएम विपिन अग्रवाल ने बताया कि पुराने भवन को गिराने के बाद जल्द ही बस अड्डे का नवीनीकरण होगा।
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नशेबाजों और अराजकतत्वों का अड्डा बन चुका था बस अड्डा
दो दशकों से वीरान पड़ा रोडवेज बस अड्डा उपेक्षा के चलते नशेबाजों और अराजकतत्वों का अड्डा बन चुका था। शाम ढलते ही नशेड़ियों का जमावडा लगने लगता था। वहीं दिन में अराजक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता था। यात्री गांधी चौराहे पर खड़े हो कर बसों का इंतजार करते थे। जीर्णोद्धार के बाद सुविधाएं मिलने से एक बार फिर बस अड्डे के दिन बहुरेंगे।