फतेहपुर। निजी विद्यालय के शिक्षक की हत्या में पुलिस ने युवती के भाई को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने कुबूला है कि उसकी बहन और शिक्षक के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था। कई बार मना करने के बाद भी नहीं मान रहे थे। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर आलाकत्ल कुल्हाड़ी बरामद की है।
बिंदकी कोतवाली क्षेत्र के जहानपुर निवासी रमेश चंद्र पासवान का पुत्र नितेंद्र उर्फ नीतू (25) कई साल से राधानगर थाना क्षेत्र के रमवां गांव में अपने मामा रामआसरे के घर में रहता था। नीतू गांव स्थित विमला देवी इंटर कॉलेज में शिक्षक था। कुछ माह से कालेज का संचालन भी कर रहा था। वह रविवार शाम कालेज की बत्ती जलाकर घर लौट रहा था। गांव के ही सगे भाइयों जितेंद्र और योगेंद्र पासवान ने कुल्हाड़ी से वार कर नितेंद्र की हत्या कर दी थी। मृतक के भाई देवेंद्र की तहरीर पर पुलिस ने रमवां स्टेशन से योगेंद्र को गिरफ्तार किया है। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने कुबूला कि उसकी बहन से नितेंद्र का प्रेम प्रसंग चल रहा था। कई बार दोनों को समझाया था, लेकिन वह नहीं मान रहे थे। बहन से मिलने नितेंद्र रविवार को भी घर पहुंचा था। इसकी जानकारी होने पर सबक सिखाने विद्यालय पहुंचे थे। प्रभारी निरीक्षक राजकिशोर ने बताया कि दोनों को एक साथ घर में देखकर आवेश में आए भाईयों ने शिक्षक की हत्या कर दी थी। फरार आरोपी की तलाश में दबिश दी जा रही है।
पोस्टमार्टम हाउस में मृतक नितेंद्र की हत्या का मुकदमा गैरइरादतन हत्या में दर्ज किए जाने पर परिजन व ग्रामीण भड़क उठे। जिला पंचायत सदस्य मोहर सिंह व अन्य लोगों ने पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया। पुलिस पर आरोपियों से मिलीभगत का आरोप लगाया। परिजनों ने बताया कि आरोपी कुल्हाड़ी लेकर जान से मारने पहुंचे थे। पहले गांव में नितेंद्र को खोजते रहे। इसके बाद कालेज पहुंचे। जहां मौके पर ही कुल्हाड़ी से हमले में नितेंद्र की मौत हो गई थी। सूचना पर राधानगर प्रभारी निरीक्षक फोर्स के साथ पहुंचे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार धाराएं तरमीम करने का आश्वासन दिया। इसके बाद पोस्टमार्टम हो सका।
रमवां गांव के ग्रामीणों ने बताया कि कई साल बाद गांव में हत्या जैसा अपराध हुआ है। गांव में 2005 में करीब बबलू सिंह की हत्या की गई थी। हत्या रंजिश के चलते हुई थी। उससे पहले बबलू सिंह के पिता की 1997 में हुई थी। सालों बाद नितेंद्र की हत्या हुई है।