– डेढ़ माह बाद भी नहीं भी अधूरी, ग्रामीण शौचालय से वंचित
संवाद न्यूज एजेंसी
फतेहपुर। घर-घर शौचालय के नाम पर खर्च हुए 1.58 करोड़ रुपये की जांच ठंडे बस्ते में चली गई। डेढ़ माह बाद भी विभाग को शौचालयों का लेखा-जोखा नहीं पता चला। जबकि मामले की जांच बिंदकी एसडीएम सहित तीन अधिकारी कर रहे हैं।
गुनीर ग्राम सभा में करीब 1500 परिवार निवासरत हैं। स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत पिछले चार सालों में बीच वहां शौचालय बनवाने के नाम पर सरकारी खाते से 1.58 कराेड़ रुपये निर्गत हुए। इसके बावजूद कुछ माह पहले तक वहां करीब 200 परिवारों को शौचालय नहीं मिला। वहीं ग्राम सभा को प्रथम चरण में ओडीएफ घोषित किया और नए शौचालयों की मांग पर गांव को संतृप्त बता दिया गया।
सितंबर में एक ग्रामवासी ने इसे संज्ञान में लेकर पंचायतीराज विभाग से गांव के शौचालयों का लेखा-जोखा मांगा। जिससे कि पता चले सके कि गांव में कितने लोगों को कब शौचालय मिला। लेकिन विभाग के पास इससे संबंधित कोई जानकारी नहीं मिली।
तत्कालीन डीएम के पास शिकायत पहुंचने पर उन्होंने मामले की जांच के आदेश दे कर टीम गठित की। जिसमें एसडीएम बिंदकी, डीपीआरओ और डीडीओ काे शामिल किया। डेढ़ माह पूरे होने के बाद भी अब तक उससे संबंधित कोई जानकारी टीम को नहीं मिली।
सचिव का बदला कार्यक्षेत्र
गुनीर ग्राम के सचिव अतुल कुमार गौड़ का कार्यक्षेत्र बदल दिया गया है। उनके स्थान पर वहां 26 नवंबर को पवन कुमार को नियुक्त किया गया है। हालांकि अभी उन्हें चार्ज नहीं मिला। वहीं अतुल को अन्य कार्यक्षेत्र में स्थानांतरित किया गया।
गुनीर गांव के शौचालय मामले की जांच की जा रही है। अभी मामले में कुछ कहना संभव नहीं है। – उपेंद्रराज सिंह, जिला पंचायजीराज अधिकारी।