फतेहपुर। गांवों में फैल रहीं संक्रामक बीमारियों ने संचारी रोग नियंत्रण अभियान की पोल खोल दी है। अभियान पर लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी गांवों में डेंगू और तेज बुखार फैल रहा है। बकेवर में एक के बाद एक गांव को संक्रमण अपनी चपेट में ले रहा है। डेंगू के मरीज भी मिल रहे हैं, जिनके उपचार के नाम पर स्वास्थ्य विभाग खानापूरी कर रहा है।

बकेवर क्षेत्र में संक्रमण का खतरा बढ़ा है। सरांय बकेवर, रूसी और बकेवर बुजुर्ग समेत बकेवर में भी बुखार पीड़ित मिल रहे हैं। मरीज उपचार के लिए कानपुर जा रहे हैं। रविवार को भी मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ। सोमवार को बकेवर बुजुर्ग और सरांय बकेवर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र देवमई की टीम ने खून के नमूने लिए। बकेवर बुजुर्ग से जया, गोमती, रीता, अभिनव, प्रिया, रजत कुमार, लाखन, संतोष, मिथिलेश, शिवानी, ललित कुमार, बसंती और सरांय बकेवर से डेंगू मरीज विकास के पिता राजेंद्र कुमार और गौरी का खून का नमूना लेकर जिला अस्पताल भेजा गया। गायत्री, प्रिया, देशरानी, संतोष, लखन की स्वास्थ्य टीम ने स्लाइड बनाईं।

इनसेट

संभावित डेंगू मरीज के घर नहीं पहुंची टीम

बकेवर के संभावित डेंगू मरीज के ताऊ रजनीकांत ने बताया कि वह घर पर नहीं थे। स्वास्थ्य विभाग की टीम भी नहीं आई और न ही किसी ने उन्हें सूचना दी। अभी तक बकेवर में दवा का छिड़काव भी नहीं हुआ। जबकि डेंगू मरीज गोपी के पिता इंदुकांत की मां अनीता और दादी धन्नो देवी बुखार से पीड़ित हैं और पड़ोस में भी कई लोग बीमार हैं।

कोट्स

टीम भेजी गई थी, लेकिन सही जानकारी नहीं थी, इसलिए अन्य मरीजों को देखकर चिकित्सक लौट गए। टीम दोबारा भेजी जाएगी।

– डॉ. विमलेश, प्रभारी, देवमई



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