फतेहपुर। सामूहिक धर्म परिवर्तन के मुकदमों में फरार चल रहे आठ आरोपियों के घर पर कुर्की की अंतिम नोटिस चस्पा की गई है। एसआईटी जल्द ही न्यायालय से आरोपियों के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई करने का आदेश ले सकती है। 20 दिन पहले एसआईटी ने फरार 14 आरोपियों के घर पर नोटिस चस्पा किया था। लेकिन इनमें से छह को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल चुकी है।
सदर कोतवाली क्षेत्र के देवीगंज स्थित प्रेस बिटीरियन चर्च और ईसीआई चर्च में धर्मपरिवर्तन कराए जाने के पांच मुकदमे कोर्ट में विचाराधीन हैं। मामले में जिले से लेकर प्रयागराज नैनी स्थित एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के कुलपति आरबी लाल समेत आधा सैकड़ा से अधिक आरोपी हैं। शुआट्स कुलपति समेत कई आरोपी सुप्रीम कोर्ट की शरण में हैं। वहीं, अभी आठ आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। 12 अगस्त को पुलिस ने फरार 14 आरोपियों के घर धारा-82 के तहत नोटिस चस्पा किया था। इनमें से छह को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल चुकी है। बाकी आठ की तलाश हो रही है। इनके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई के लिए रविवार को सीओ वीर सिंह की अगुवाई में पुलिस ने प्रेस बिटेरियन चर्च के पादरी विमल कुमार ढिल्लू, रेलबाजार निवासी मुकुल बाल्मीकी, प्रेमनाथ, तुराबअली का पुरवा निवासी छोटेलाल, प्रयागराज म्योर रोड अवधपुरी निवासी ऋषि बारनवाल, पटेल नगर निवासी रुत शालिनी सैमसन, जेल रोड निवासी मिशन हॉस्पिटल की नर्स लिली सी उर्फ रेणुका, शुआट्स एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डाॅ. विशाल एन के घर पर कुर्की की अंतिम नोटिस चस्पा की है। एसआईटी के सीओ वीर सिंह ने बताया कि आरोपी हाजिर नहीं हुए हैं। कोर्ट से संपत्ति कुर्की का आदेश जल्द प्राप्त किया जाएगा।