फतेहपुर। शहर में सीवर लाइन बिछाने के लिए 311.25 करोड़ का बजट आवंटित होने के बाद अब केंद्रीय कैबिनेट की हरी झंडी का इंतजार हो रहा है। माना जा रहा है कि अनुमोदन जल्द मिल सकता है। पहले चरण में रेलवे लाइन के उत्तरी शहर के 14 वार्डों में सीवर लाइन बिछाने का काम किया जाएगा। दो साल में इसे पूरा किया जाएगा। इसके बाद दूसरे चरण का काम शुरू होगा।
शहर में सीवर लाइन का मुद्दा 1989 से चर्चाओं में रहा। चुनाव से पहले जनप्रतिनिधि सीवर लाइन चर्चा में लाते रहे हैं, लेकिन अब 2024 लोकसभा चुनाव से पहले शहर में सीवर लाइन बिछाने का काम शुरू हो जाएगा। इसके लिए अमृत योजना से 311.25 करोड़ की धनराशि जुलाई माह में ही आवंटित हो चुकी है।
एक्सईएन जलनिगम तूलिका प्रसाद का कहना है कि केंद्रीय कैबिनेट की मुहर लगने की सिर्फ औपचारिकता शेष है। वर्तमान में सीवर लाइन शहर की महत्वपूर्ण आवश्यकता है। सीवर लाइन न होने के कारण हर साल बारिश के पहले नाले की सिल्ट सफाई में 30 से 50 लाख की मोटी धनराशि खर्च करनी पड़ती है। सीवर लाइन बिछने के बाद यह धनराशि हर साल बचेगी। पहले चरण में रेलवे लाइन के उत्तरी शहर के 14 वार्डों में सीवर लाइन बिछाई जानी है।
शहर की मुख्य सड़कों पर लाइन बिछाने के बाद शहर के मदरियापुर में सीवर प्लांट का निर्माण होगा। इसके बाद घरों के कनेक्शन सीवर लाइन से जोड़े जाएंगे। पहले चरण की सीवर लाइन बिछाने के लिए केंद्र सरकार ने दो साल की समयावधि निर्धारित की है। यह काम 2025 में पूरा होगा। इसके बाद दूसरे चरण की प्रक्रिया की शुरुआत होगी।
………………….
सीवर लाइन बनने से मिलेगी बड़ी राहत
सीवर लाइन बनने से मकानों की लागत में कमी आएगी। किसी भी इमारत को बनाने में सबसे पहले सीवर टैंक बनाना पड़ता है। इसे बनाने में एक कमरे के बराबर खर्च आता है। यह खर्च बचेगा। हर गली कूचे का पानी सीवर लाइन के रास्ते शहर के बाहर निकलकर सीवर प्लांट में पहुंचेगा। सीवर से खाद तैयार होगी और प्लांट से साफ कर निकाले गए पानी से सिचाई होगी।
…………………….
सड़कें होंगी चौड़ी
सीवर लाइन बिछने के बाद शहर नाले और नालियां खत्म हो जाएंगी। उन्हें पाटकर सड़क में मिला दिया जाएगा। ऐसे में शहर की सभी छोटी-बड़ी सड़कों की न्यूनतम दो फीट चौड़ाई बढ़ना तय है। सड़कें चौड़ी होने से यातायात सुगम होगा।
…………………….
कोट
शासन ने सीवर लाइन बिछाने के लिए बजट का आवंटन होने के बाद राज्य सरकार ने पत्रावली अनुमोदित करके केंद्र सरकार के पास भेजी है। केंद्रीय कैबिनेट के अनुमोदन की औपचारिकता पूरी होने के बाद निर्माण प्रक्रिया की शुरुआत हो जाएगी। दिसंबर महीने तक टेंडर और दूसरी औपचारिकता पूरी करके काम शुरू होने की उम्मीद है।
– तूलिका प्रसाद, एक्सईएन जलनिगम।