फतेहपुर। रक्षाबंधन पर्व पर सेहत का ख्याल रखना बेहद जरूरी हो गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि सिंथेटिक खोये की बनी मिठाइयों की बाजार में भरमार हो गई है। पड़ोसी जनपदों से सिंथेटिक खोये की बड़ी मात्रा में जिले की मंडियों में आमद हो रही है।

उन्नाव के भोजपुर, चित्रकूट के कर्वी और राजपुर मिठाइयों के लिए जाना जाता है। यहां खोया, पनीर और मिठाई अन्य जगहों की तुलना में सस्ती है। सस्ते के चक्कर में जिले के दुकानदार वहां से त्योहारों पर मिठाई की खरीद करते हैं। इन मिठाइयों में मिलावट भी खूब होती है।

पूरे जिले में इस बार भी भारी मात्रा में मिठाई की खपत होने की उम्मीद है। शहर से लेकर कस्बों तक रक्षाबंधन के लिए मिठाई की दुकानें सजने लगीं हैं। दुकानदारों ने करीब एक महीना पहले से खोया इकट्ठा करना शुरू कर दिया था। अब मिठाई बनाने की प्रक्रिया शुरू है। पुराना खोया और उससे बनी मिठाई में कई तरह के केमिकल मिलाकर दुर्गंध खत्म की जा रही है। बासी खोया से बनी मिठाई आपके स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदेह साबित हो सकती है।

त्योहार के मौकों पर खाद्य विभाग की टीमें अभियान चलाकर दुकानों में छापेमारी करती हैं, लेकिन विभाग की कार्रवाई पर हमेशा सवाल खड़े होते हैं। नमूने भरने के नाम पर खेल होता है। शहर से लेकर कस्बों तक की चर्चित दुकानों में विभाग छापेमारी की हिम्मत नहीं जुटा पाता। जबकि त्योहार के मौकों पर बासी खोया, मिलावटी मिठाई की अधिकांश दुकानों में मौजूद रहती है। जबकि कार्रवाई के दायरे में चंद दुकानें ही आती हैं।

बयान:-

रक्षाबंधन पर्व पर खाद्य एवं पेय पदार्थों में मिलावट पर प्रभावी रोकथाम के लिए 30 अगस्त तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। सोमवार को सात खाद्य पदार्थों के नमूने भरे गए हैं और 25 किलोग्राम मिलावटी छेना नष्ट किया गया है। मिलावट खोरों पर लगातार कार्रवाई जारी रहेगी।

– देवेंद्र पाल सिंह सहायक आयुक्त खाद्य।



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