संवाद न्यूज एजेंसी

फतेहपुर। सौतेले बेटे ने साथियों संग शुक्रवार रात करीब ढाई बजे काॅलोनी में सो रहे बहन के सास, ससुर और मां पर धारदार हथियार से जानलेवा हमला किया। हमले में तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए। 112 नंबर की सूचना पर पुलिस पहुंची। पुलिस ने घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टर ने हालत नाजुक देखकर तीनों को कानपुर रेफर किया। मां की तहरीर पर बेटे-पति समेत छह लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है।

सदर कोतवाली क्षेत्र के हाईवे स्थित गड़रियनपुरवा निवासी चमन यादव (45) पशुपालक है। घर से कुछ दूरी पर इंदिरा आवास कॉलोनी में चमन की समधन निशात परवीन (40) रहती है। अक्सर चमन यादव समधन के घर में सोया करता है। चमन और उसकी पत्नी रन्नो (40) शुक्रवार रात भी परवीन के यहां सोए थे। उसी जगह परवीन की पुत्री जोया भी लेटी थी। करीब रात ढाई बजे कमरे में पीछे की ओर खुले दरवाजे से हमलावर घुसे।

चमन और रन्नो व परवीन पर धारदार हथियारों से हमला किया। चीख पुकार से आसपास के लोग भी जागे। लोगों के इकट्ठा होने पर हमलावर भागे। एक हमलावर का चाकू भी मौके पर छूट गया। हमलावरों के भागने के बाद 112 नंबर पुलिस को सूचना दी। हमले में चमन, परवीन, रन्नो के गर्दन, सिर समेत शरीर में धारदार हथियार के घाव हैं। कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। निशात परवीन की तहरीर पर पुलिस ने उसके दूसरे पति वसीम, सौतेले बेटे अरबाज व चार अन्य हमलावारों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया।

परवीन का आरोप है कि अरबाज अक्सर उससे नशे के लिए रुपयों की मांग करता है। रुपये न देने पर गाली गलौज कर विवाद करता है। उसने शुक्रवार को भी रुपये मांगे थे। रुपये न देने पर गाली-गलौज कर देख लेने की धमकी दी थी। अरबाज और पति ने चार साथियों संग जान से मारने की नीयत से हमला किया है।

पुलिस ने वसीम समेत दो संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ चालू की है। कोतवाल एसबी सिंह ने बताया कि हत्या के प्रयास का छह लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच की जा रही है।

साइड स्टोरी

नए रिश्तों की करीबी रास नहीं आई

– पशुपालक ने बेटे की शादी परवीन की बेटी से कराई थी

– इंदिरा आवास काॅलोनी में हमले का मामला

संवाद न्यूज एजेंसी

फतेहपुर। मां और उसके रिश्तेदारों की जान का दुश्मन बने सौतेले बेटे की पुलिसिया कहानी इलाकाई लोगों के गले नहीं उतर रही है। आसपास के लोग परवीन और उसके परिवार के नए रिश्ते को घटना का कारण मान रहे हैं। हालांकि इस बात को पुलिस भी दबी जुबान से स्वीकार कर रही है।

इंदिरा आवास काॅलोनी में रहने वाली परवीन मूलरूप से रायबरेली जिला की रहने वाली बताई जा रही है। यहां दायी का काम करती हैं और करीब पांच साल से कालोनी में बेटी जोया के साथ रहती है। परवीन को सात साल पहले उसके पति ने छोड़ दिया था।

आबूनगर निवासी वसीम बड़े भाई के घर कालोनी आता-जाता रहता है। उसका दो साल पहले परवीन से परिचय हुआ था। वसीम को उसकी पत्नी छह साल पहले छोड़कर मायके चली गई थी। वसीम के दो बेटे और दो बेटियां पहली पत्नी से थे। उसकी पत्नी एक बेटा और एक बेटी साथ ले गई थी। वसीम के साथ उसका बेटा अरबाज दूसरे प्रांत में फेरी लगाने का काम करता है।

वसीम बेटी की शादी कर चुका है। परिचय के बाद परवीन और वसीम ने निकाह कर लिया था। वसीम बाहर कमाने चला गया। इधर, परवीन ने अपनी बेटी जोया की शादी चमन यादव के बेटे अभिषेक यादव के साथ एक साल पहले कर दी थी। कोतवाली पुलिस की हिरासत में मौजूद वसीम ने बताया कि बारिश के पहले काम धंधा बंद होने की वजह से घर लौट आया था।

परवीन के घर में चमन यादव और उसके परिवार का अधिक आना-जाना हो गया था। इसी वजह से वह परवीन के पास कम ही जाता था। वह रात को कालोनी स्थित बड़े भाई के घर में खाना और गांजा पीने के बाद सो गया था। रात को घटना होने के बाद पता लगा। मामले में बीजेपी युवा मौर्या के सदस्य नीरज यादव ने बताया कि सौतेले बेटे ने मुस्लिम लड़की से शादी की खुन्नस में सिर तन से जुदा करने की नीयत से हमला किया है। अपराध निरीक्षक रामशीष यादव ने बताया कि रिश्तेदारों के बीच अनबन चल रही थी। फिलहाल घायल महिला की एफआईआर पर ही पुलिस जांच कर रही है।

इनसेट

कमरे से सीढि़यों तक फैला खून

इंदिरा आवास की तीसरी मंजिल पर कालोनी नंबर आठ में परवीन रहती है। कालोनी का मेन दरवाजा बाहर से बंद था। काॅलोनी की छत से चढ़ने के बाद हमलावर पीछे कूदे। पीछे के दरवाजे से घुसे। कमरे में घुसते ही सभी की नींद खुल गई। हमलावर धारदार हथियारों से लैस थे। ताबड़तोड़ प्रहार चमन और परवीन पर किया। सेहतमंद चमन ने हमलावरों को रोकने की कोशिश में भिड़ गया। परवनी और रन्नो भी भिड़ी। चाकूओं के हमले के बाद भी एक को पकड़ लिया।

सहमी जोया जान बचाने के लिए तख्त के नीचे छिप गई। पकड़े गए हमलावर छुड़ाकर भागा तो कालोनी की दीवार से टकरा गया। चाकू दीवार में लगने से छूट गया। दो हमलावरों की दो जोड़ी चप्पलें भी छूट गई। कमरे से लेकर सीढि़यों तक खून ही खून फैला दिखा। जिसे देखकर संघर्ष के हालात साफ हुए।

मामले में जोया ने कुछ भी पुलिस को नहीं बताया है। जबकि जोया घटना की चश्मदीद है। पुलिस उसका बयान लेने के प्रयास में है। जोया के मुताबिक हमलावरों के चेहरे देखे हैं। लोगों ने बताया कि हमलावर नकाबपोश थे।



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *