असोथर। थानाक्षेत्र के प्रेममऊ कटरा निवासी धर्मेंद्र उर्फ देवेंद्र (22) की मौत के मामले में पुलिस की जांंच हत्या और आत्महत्या के बीच उलझ गई है। पुलिस को आशंका है कि मामला आत्महत्या का है लेकिन इसे हत्या का रूप देने की कोशिश की गई है। शव को पेड़ के नीचे से घसीटकर खेत तक लाया गया। इसके पीछे कौन है और उनका क्या इरादा है, इसका पता लगाने में पुलिस जुटी है। हालांकि हत्या के बिंदु पर भी पुलिस आगे बढ़ रही है।
धर्मेंद्र घर से चौराहा जाने के लिए 21 अगस्त को निकला था। इसके बाद लापता हो गया था। उसका शव पानी भरे अपने धान के खेत से 28 अगस्त को बरामद हुआ था। मृतक के भाई हरिओम की तहरीर पर पुलिस ने गांव के कमलेश व उसकी पत्नी रामरानी, गोरे, हुसैनगंज थाने के पड़री निवासी राजू समेत चार के खिलाफ हत्या कर शव खेत में फेंकने का मुकदमा दर्ज किया है। प्रकरण की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गले में गमछा कसा मिला है। उसी गमछे का टुकड़ा, शव मिलने वाली जगह से 150 फीट दूर जामुन के पेड़ पर लटकता मिला।
फोरेंसिक टीम ने दोनों गमछे के टुकड़े के मिलान के लिए इसे विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा हैं। दोनों टुकड़ों का मिलान होता है तो माना जा सकता है कि धर्मेंद्र ने आत्महत्या की होगी। फंदे पर लटकने के दौरान गमछा फट गया होगा, इससे धर्मेंद्र का शव नीचे गिर गया। दूसरी ओर शव सड़ा होने की वजह से पोस्टमार्टम में मौत की वजह स्पष्ट नहीं हुई। इसे जानने के लिए गले की हड्डी का टुकड़ा पोस्टमार्टम से प्रयोगशाला भेजा गया है। अब पुलिस कयास लगा रही है कि आत्महत्या को हत्या की ओर मोड़ा गया है। गमछा फटने के बाद धर्मेंद्र का शव पेड़ के नीचे मिलना चाहिए था। किसी ने साजिश के तहत शव को पेड़ के नीचे से घसीटकर धान के खेत में फेंका। कई दिन बाद हत्या का शोर मचाया गया। थानाध्यक्ष प्रमोद मौर्या ने बताया कि सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। फोरेंसिक जांच रिपोर्ट आने के बाद हालात साफ हो जाएंगे।