फतेहपुर। जिले में रजबहाें को मॉडल नहर का रूप देने के लिए सबसे पहले हसवा रजबहा को चिह्नित किया गया। मॉडल नहर बनने से रजबहा की क्षमता में वृद्धि होगी व उस पर बने सभी पुलों को दोबारा निर्माण होगा। शासन से अनुमति मिल गई है। बजट आने के बाद निर्माण कार्य शुरू होगा।

जिले में खेतों की सिंचाई के लिए 30 रजबहा और 179 माइनर है। हर साल सभी नहरों की सिल्ट-सफाई होती है। लेकिन इसके बावजूद नहरे ठीक तरह से साफ नहीं होती और अक्सर पानी फंसने व नहरों के सूख जाने की शिकायत सामने आती है। इस समस्या को कम करने के लिए शासन के आदेश पर अब रजबहा और माइनर को मॉडल नहर का रूप दिया जा रहा है।

जिले में हसवा रजबहा को मॉडल नहर बनाने के लिए चिह्नित किया गया। इसके तहत नहर की चौड़ाई और गहराई का विस्तार होगा। नहर के किनारों को कंक्रीट से पक्का बनाया जाएगा। नहर पर बने पुलाें के नए ढांचे बनेंगे। इससे क्षेत्र के किसानों को फायदा होगा। उन्हें सुचारू रूप से साफ पानी मिलेगा और साथ ही फसल में भी इजाफा होगा।

मॉडल नहर बनने के बाद हसवा रजबहा से सटी करीब 50 हजार की आबादी को फायदा होगा। इस दौरान हसवा, फैजुल्लापुर, चकमियांपुर, बुद्धुनपुर, बक्शपुर, बाबरपुर सहित करीब 25 गांव के किसानों को सुचारू रूप से पानी मिलेगा।

हसवा रजबहा को माॅडल नहर बनाने के लिए शासन से अनुमति मिली है। नए वित्तीय वर्ष तक बजट मिलेगा और इसके बाद निर्माण कार्य शुरू होगा।

– नंदजी गुप्ता, अधिशासी अभियंता, सिंचाई खंड, फतेहपुर।



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