फतेहपुर। असोथर नगर पंचायत के मुख्य मार्ग पर सुजानपुर रजबहा का क्षतिग्रस्त पुल कभी भी हादसे का कारण बन सकता है। पुल का एक हिस्सा गायब हो चुका है और शेष पुल से आवागमन हो रहा है। इसी पुल से बसें और मौरंग लदे भारी वाहनों का आवागमन होता है।

1960 में बना यह पुल कंडम हो चुका है। नगर पंचायत को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाले इस मुख्य मार्ग पर बने पुल से मौरंग लदे ट्रकों का आना-जाना है। पांच महीने पहले इस पुल का आधा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था।

खास बात तो यह है कि इस पुल से होकर नरैनी, विजयीपुर, गाजीपुर, फतेहपुर जाने वाली 20 निजी बसों का आना-जाना रहता है। इसी से रामनगर कौंहन और रमशोलेपुर घाट से मौरंग लदे ट्रक निकलते हैं। ऐसे में यह पुल कभी भी भरभराकर ढह सकता है। इसके बावजूद लोकनिर्माण विभाग को क्षतिग्रस्त पुल नहीं दिख रहा।

इस क्षतिग्रस्त पुल से रामनगर कौंहन, जरौली, असोथर, सरकंड़ी, रमशोलेपुर, कंसापुर के अलावा बांदा जिला के मर्का, चरका, अरवारी आदि गांव के लोग भी आवागमन करते हैं। महत्वपूर्ण पुल होने के बावजूद प्रशासनिक अधिकारी समस्या दूर करने पर ध्यान नहीं दे रहे।

क्षतिग्रस्त पुल के स्थान पर नया पुल बनेगा। अभी तक थरियांव-असोथर डबल लेन सड़क निचली गंगा नहर पुल तक बनी है। इसे ब्लाक कार्यालय तक बनना है। जल्द ही शेष सड़क के लिए काम शुरू होगा। इसी के साथ पुल निर्माण भी होगा।

– एके शील, अधिशासी अभियंता लोकनिर्माण विभाग



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