जाफरगंज। दो दशक से क्षेत्रवासी बारा-गलौली यमुना घाट में संचालित पीपे के पुल की जगह पक्का पुल बनवाने की मांग कर रहे थे। बरसात के दिनों में पुल टूट जाने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता था। लंबे अरसे बाद पक्का पुल बनने का सपना साकार होता दिखाई देने लगा है। जहानाबाद विधायक और पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह पटेल के प्रयास से नाबार्ड योजना के अंतर्गत 159 करोड़ 87 लाख 58 हजार रुपये की लागत से 1087 मीटर लंबे पुल के निर्माण के लिए प्रमुख सचिव लोक निर्माण अनुभाग की ओर से महाप्रबंधक उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम को प्राकलन रिपोर्ट प्रेषित की गई है। इस पुल के बनने से राष्ट्रीय राजमार्ग सहित बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, कानपुर, फतेहपुर जिलों की दूरी कम होगी। फतेहपुर और बांदा जिले के यमुना पट्टी इलाके के लगभग दो लाख लोगों को लाभ मिलेगा। स्थानीय निवासियों को विद्यालय, चिकित्सालय, बाजार, मंडी पहुंचने में ईंधन के साथ-साथ समय की बचत होगी। इसकी जानकारी होते ही क्षेत्रीय लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई है।