असोथर। उपकेंद्र से जुड़े 250 गांवों में 36 घंटे से भी अधिक समय से बिजली नहीं है। लोग बेहाल हैं। बिजली न होने से पेयजल समस्या का भी सामना करना पड़ रहा है। उपकेंद्र से निकली मेन लाइन पूरी तरह से जर्जर होने के कारण आए दिन फॉल्ट हो रहे हैं। दशकों से लाइन को बदला नहीं गया है।
असोथर कस्बे में बुधवार सुबह पांच बजे बिजली गुल हो गई। इसके बाद बृहस्पतिवार शाम तक बिजली बहाल नहीं हुई। बुधवार दिन से लगे विद्युत कर्मी देर रात फाल्ट ढूंढ सके। इस दौरान असोथर विद्युत उपकेंद्र से कस्बा समेत नरैनी, जरौली, गाजीपुर, थरियांव, घरवासीपुर फीडरों समेत करीब 250 में गांवों की बिजली आपूर्ति बाधित रही। बता दें कि असोथर उपकेंद्र से फीडरों के लिए गुजरी 33/11 केवी की अत्यधिक जर्जर हो चुकी है। इस कारण आए दिन क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की समस्या बनी रहती है।
लाइन लंबी होने के कारण भी अक्सर आपूर्ति प्रभावित होती है। 36 घंटे से अधिक होने के बाद भी बिजली नहीं पहुंची तो पूरा क्षेत्र अंधेरे में डूब गया। इस दौरान लोगों के घरों में लगे इन्वर्टर, बैटरी भी ठप हो गए और मोबाइल भी बंद हो गए। इलेक्ट्रॉनिक की दुकान सहित आटा चक्की, तेल पेराई का व्यवसाय ठप हो गया। इसका असर बारावफात पर्व और छात्रों की पढ़ाई पर भी पड़ा। बुधवार रात को लोगों ने लालटेन के सहारे खाना बना कर खुले आसमान में रात बिताई।
उपभोक्ता विमल सिंह, विजय गुप्ता, मृदुल तिवारी, राजेश चौहान, राजू तिवारी ने कहा कि बिजली सुधारने के लिए नित नई घोषणा सुनने को मिलती है। लेकिन स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है। उपभोक्ताओं ने आरोप लगाया कि विद्युत आपूर्ति दुरुस्त करने के लिए अधिकारी और कर्मचारी गंभीर नहीं हैं। जेई कमल सिंह ने बताया कि चुरियानी के पास लाइन में फाल्ट होने से आपूर्ति ठप हुई है। आपूर्ति बहाल कराने का प्रयास किया जा रहा।