शाहजहांपुर के जलालाबाद में शुक्रवार को आंधी-बारिश के बाद गंगा एक्सप्रेसवे पर लड़ाकू विमानों की रफ्तार ने लोगों को रोमांच से भर दिया। वायुसेना के शौर्य प्रदर्शन ने लोगों में देशभक्ति का ऐसा संचार किया कि हिंदुस्तान जिंदाबाद और वंदेमातरम के नारों से आसमान गूंज उठा। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सीमा पर चल रहे तनाव का असर भी एयर शो के दौरान नजर आया। भारतीय वायुसेना की ताकत देखकर लोगों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के खूब नारे लगाए। काकोरी एक्शन केस के अमर बलिदानी रामप्रसाद बिस्मिल, ठाकुर रोशन सिंह और अशफाक उल्ला खां के नाम से पहचान रखने वाला शाहजहांपुर शुक्रवार को ऐतिहासिक उपलब्धि का साक्षी बना।
वायुसेना के बहुप्रतीक्षित एयर शो का गवाह बनने की ललक लिए शुक्रवार सुबह दस बजे से ही लोगों का जमावड़ा गंगा एक्सप्रेसवे की हवाई पट्टी के आसपास लगने लगा था। कतारबद्ध स्कूली बच्चों के साथ मौजूद लोग लड़ाकू विमानों की राह ताक रहे थे।
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उड़ान भरता वायुसेना का विमान
– फोटो : अमर उजाला
मौसम खराब होने पर कार्यक्रम करीब एक घंटे आगे बढ़ा, लेकिन लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ। जैसे ही दर्शक दीर्घा के दाहिनी ओर से पहला सैन्य परिवहन विमान एएन-32 नजर आया तो लोगों का जोश चरम पर पहुंच गया। भारत माता की जय-वंदे मातरम और हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारों के बीच विमान ने 3.50 किमी लंबी हवाई पट्टी की सतह को छुआ।
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उड़ान भरता लड़ाकू विमान
– फोटो : अमर उजाला
जब राफेल, मिराज, सुखोई, मिग-29 आदि विमानों की गर्जना हुई तो लोग गर्व से सिर उठाकर सैल्यूट करते नजर आए। पहली बार लड़ाकू विमान को करीब से देखकर स्कूली बच्चे रोमांच से भर गए।
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गंगा एक्सप्रेसवे पर उतरे वायुसेना के विमान
– फोटो : अमर उजाला
ऐसे चला शो
12:41 बजे सैन्य परिवहन विमान एएन-32 आकाश में नजर आया। पांच मिनट बाद विमान नीचे उतरा। इसके बाद 1:08 बजे विमान ने टेकऑफ किया।
1:29 बजे सी-130 जे हरक्यूलिस विमान नीचे उतरा और फिर उड़ान भरी।
1:41 बजे फाइटर प्लेन जगुआर ने हवाई पट्टी को छूते हुए वापस उड़ान भरी।
5-5 मिनट के अंतराल पर सुखोई-30, मिग-29 और राफेल लड़ाकू विमान उड़ान भरते रहे।
2:15 बजे एमआई-17 वी-5 हेलिकॉप्टर से सेना के जवान रस्सी के सहारे नीचे उतरे।