– टेक्निकल बिड में ही सभी हुईं बाहर, बिपिन रावत पार्क के संचालन का भी किसी को नहीं मिला ठेका
अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। मल्टीलेवल कार पार्किंग और मिनी स्टेडियम के संचालन के लिए तय शर्तों पर कोई भी फर्म खरी नहीं उतर पाई है। स्मार्ट सिटी लिमिटेड के तहत निकाली गई टेक्निकल बिड में ही सभी फर्में बाहर हो गई हैं। यही नहीं, बिपिन रावत पार्क के संचालन का भी किसी को ठेका नहीं मिल पाया है।
स्मार्ट सिटी लिमिटेड के तहत इस साल मार्च में मल्टीलेवल कार पार्किंग और मिनी स्टेडियम का शुभारंभ हुआ था। उसके बाद लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से इनके संचालन का टेंडर नहीं निकल पाया। इसके बाद टेंडर निकाला तो मानक अनुरूप बिड नहीं आईं। हाल ही में स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा दोबारा टेंडर निकाला गया था। मल्टीलेवल कार पार्किंग के लिए तीन तो मिनी स्टेडियम के संचालन के लिए चार फर्मों ने टेंडर डाला। तकनीकी बिड खुलने पर ही सभी फर्में बाहर हो गई हैं। बताया गया कि मल्टीलेवल कार पार्किंग का टेंडर डालने के लिए फर्म को एक साल तक पूर्व में देश में कहीं पर भी ऐसी पार्किंग के संचालन का अनुभव जरूरी था। इलेक्ट्रिक बूम बैरियर, ऑटो पे मशीन होनी जरूरी थी। मौजूदा समय में तीन स्थानों पर पार्किंग संचालन का ठेका भी होना चाहिए था। तीन साल का औसत टर्नओवर 70 लाख और क्रेडिट लिमिट 26 लाख जरूरी थी। इन सभी शर्तों को कोई भी फर्म पूरी नहीं कर पाई।
वहीं, जीआईसी में बने मिनी स्टेडियम के संचालन के लिए स्पोर्ट्स एकेडमी का पंजीकरण, मार्च 2024 तक तीन साल का औसत टर्नओवर 25 लाख, एक साल से चार अलग-अलग खेलों के कोच जुड़े होने, एक साल तक क्रिकेट, फुटबॉल आदि खेलों की एकडेमी संचालित करने, राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय दो प्रतियोगिताएं कराने आदि शर्तें रखी गई थीं। अनुभव में एक फर्म क्वालिफाई कर पाई। मगर सभी मानकों को कोई भी फर्म पूरा नहीं कर पाई। ऐसे में इसके संचालन का भी टेंडर किसी को नहीं मिल पाया। इसके अलावा बिपिन रावत पार्क के संचालन के लिए छह फर्मों ने टेंडर डाला था। यहां भी मानकों पर भी कोई फर्म खरी नहीं उतर पाई।
फिर से निकाला जाएगा टेंडर
स्मार्ट सिटी के एसीईओ मो. कमर ने बताया कि मल्टीलेवल कार पार्किंग, मिनी स्टेडियम आदि का टेंडर निकालने के संबंध में जल्द ही अधिकारियों की बैठक होगी। इसमें जो निर्णय होगा, उसके बाद फिर टेंडर निकाला जाएगा।