फिरोजाबाद के रसूलपुर थाने में एक महिला ने अपने सगे भाई सहित चार पर प्राथमिकी दर्ज कराई है। आरोप है कि भाई ने एसआईआर के बहाने उससे दस्तावेज लिए, जरूरी कागजातों पर हस्ताक्षर करा लिए और धोखाधड़ी कर मकान अपने नाम करा लिया। मामले में पुलिस जांच कर रही है।
एक मंजिला मकान की मालकिन सरताज खानम निवासी नाला चुनपाचन, नाई की मंडी, आगरा ने आरोप लगाया कि उनके सगे भाई आजाद निवासी मोहम्मदगंज, थाना दक्षिण की नीयत शुरू से ही उनके मकान पर थी। 12 नवंबर 2025 को सुबह आजाद अपने साथ मुगीसउद्दीन निवासी नसीरगंज और खालिद हुसैन निवासी मोहल्ला नाला को लेकर उनके गुरुग्राम स्थित घर आया। आजाद ने यह कहकर धोखा दिया कि वोटर पुनरीक्षण का काम चल रहा है, जिसके लिए तहसील में चलकर अपने कागज बनवाने पड़ेंगे, नहीं तो सरकार सभी मुसलमानों को जहाज में बैठाकर देश से बाहर निकाल देगी। भाई व उसके साथियों की इस बात पर विश्वास कर उनके साथ चल दीं। बस स्टैंड आगरा पर पता चला कि तीनों शातिर अपराधी उन्हें मकान का फर्जी बैनामा (गिफ्ट डीड) कराने के लिए धोखाधड़ी कर ले जा रहे हैं।
विरोध किया तो आजाद, मुगीसउद्दीन और खालिद ने उन्हें गोली मारकर हत्या करने की धमकी दी। विरोध और धमकी की वीडियो बस स्टैंड आगरा पर ही बनाकर प्रसारित कर दी थी। इसके बाद भी आरोपी उन्हें जबरन फिरोजाबाद तहसील ले आए। यहां पहले से ही वकील अकरम अंसारी (डीडराइटर) मौजूद था। अकरम अंसारी से हाथ जोड़कर कहा कि ये तीनों बदमाश हत्या की धमकी देकर फर्जी बैनामा कराने आए हैं, तो उसने भी उन्हीं का साथ देते हुए कहा कि बैनामा तो करना ही होगा, पहले ही गिफ्ट डीड तैयार कर दी है। अगर हस्ताक्षर नहीं किए तो जहर देकर हत्या कर दी जाएगी। अपनी जान का खतरा देखकर डर के कारण गिफ्ट डीड पर हस्ताक्षर कर दिए।
इस आधार पर आरोपियों ने मकान पर कब्जा कर लिया। सरताज खानम ने आरोप लगाया है कि यह तीनों व्यक्ति सामूहिक गिरोह बनाकर झूठे प्रपत्र तैयार कर और हत्या की धमकी देकर बैनामा कराने का आपराधिक काम करते हैं। भाई आजाद पहले भी धोखाधड़ी कर फर्जी बैनामा कृत्य कर चुका है, जिसका मुकदमा थाना दक्षिण में दर्ज है। खालिद हुसैन के विरुद्ध भी थाना रसूलपुर और थाना दक्षिण में कई पुराने मुकदमे दर्ज हैं। इंस्पेक्टर रसूलपुर प्रदीप कुमार ने बताया कि सरताज खानम की शिकायत पर एसएसपी के आदेश पर जांच करते हुए प्राथमिकी दर्ज की गई है।
