First list of Congress: Out of nine, two Dalits, two Muslims, rest from general category, know the background

पार्टी ने अजय राय पर फिर दांव लगाया है।
– फोटो : अमर उजाला

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कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में गठबंधन के तहत मिली 17 लोकसभा सीटों में नौ सीटों पर शनिवार देर शाम उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। इसमें दो दलित, दो मुस्लिम और पांच सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों पर दांव लगाया गया हैं। पिछड़ों की हिस्सेदारी की वकालत करने वाली कांग्रेस की सूची में यहवर्ग पूरी तरह से गायब है। महिला को भी जगह नहीं मिली है। पार्टी का दावा था कि उदयपुर चिंतन शिविर में लिए गए फैसले के मुताबिक 50 फीसदी टिकट एससी, ओबीसी और महिलाओं को दिए जाएंगे, लेकिन अब तक जारी सूची में इसकी पूरी तरह से अनदेखी की गई है। पार्टी के नौ उम्मीदवारों में तीन कुछ दिन पहले ही पार्टी में शामिल हुए हैं। पहली सूची में अमेठी और रायबरेली से उम्मीदवारों के नाम नहीं है। ऐसे में इन दिनों सीटों के उम्मीदवारों को लेकर निगाहें लगी हुई हैं। 

जानें कांग्रेस उम्मीदवारों के बारे में

वाराणसी-  यहां से कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पर एक बार फिर दांव लगाया गया है। वह यहां से 2009 में सपा और 2014 व 2019 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े और तीनों बार तीसरे स्थान पर रहे हैं।

सहारनपुर-  यहां से उम्मीदवार इमरान मसूद पुराने कांग्रेसी हैं और पूर्व पालिकाध्यक्ष व विधायक रहे हैं। वह 2014 में कांग्रेस के टिकट पर दूसरे और 2019 में तीसरे स्थान पर रहे।

अमरोहा- बसपा सांसद दानिश अली इस बार कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतर रहे हैं।

बांसगांव-  बसपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे सदल प्रसाद 2014 व 2019 में बसपा के टिकट पर मैदान में उतरे और दोनों बार दूसरे स्थान पर रहे हैं।

बाराबंकी– यहां से पूर्व राज्यसभा सदस्य पीएल पुनिया के बेटे तनुज पुनिया को मौका दिया गया है। वह 2022 में जैदपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं।

देवरिया-  लोकसभाक्षेत्र में आने वाली रुद्रपुर विधानसभा से विधायक रहे अखिलेश प्रताप सिंह पार्टी के पुराने नेता हैं।

कानपुर- यहां से उम्मीदवार आलोक मिश्रा भी पार्टी के पुराने नेताओं में शामिल हैं। वह 2002 और 2007 में कल्याणपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके हैं। इनकी पत्नी वंदना कांग्रेस के टिकट पर महापौर का चुनाव लड़ चुकी हैं।

झांसी- यहां से उम्मीदवार बनाए गए प्रदीप जैन आदित्य  2009 में सांसद चुने गए और मनमोहन सरकार में ग्रामीण विकास राज्यमंत्री रहे, लेकिन 2014 में हार का सामना करना पड़ा था।

फतेहपुर सिकरी- रिटायर्ड फौजी रामनाथ सिकरवार वर्ष 2022 में विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। वह कुछ दिन पहले ही कांग्रेस में शामिल हुए हैं।

 



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