
तलीझाड़ सफाई कराई जाए
पार्षद प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि अभी तो प्री मानसून की बारिश है। तब जलभराव का ये हाल है। जिन नालों की सफाई कागज पर ही की है, अब भी वक्त है, उसकी तलीझाड़ सफाई कर लें। मानसून की बारिश सब सच्चाई बता देगी।
जून में दहक रही धरती पर सोमवार की सुबह राहत की बूंदें बरसीं। प्री मानसून की इस बारिश ने ही शहर में नाला सफाई का सच सामने ला दिया। बल्केश्वर, कमला नगर, मुगल रोड, ट्रांसयमुना, जीवनी मंडी रोड, शंकरगढ़ की पुलिया समेत अन्य क्षेत्रों में सड़कों पर पानी भर गया। नगर निगम ने 15 जून तक 100 फीसदी नाले साफ होने का दावा किया था। पहली ही बारिश ने दावों की पोल खोल दी। पार्षदों ने कहा कि जलभराव का यह तो ट्रेलर है, असली पिक्चर अभी बाकी है।
सोमवार की सुबह 6 बजे से शुरू हुई बारिश सिकंदरा, आवास विकास, शाहगंज, ताजगंज आदि क्षेत्रों में कुछ देर ही हुई। हालांकि बल्केश्वर, कमला नगर, ट्रांसयमुना, वाटर वर्क्स की ओर बादल तेज बरसे। बारिश का पानी नालों के जरिए पानी सड़कों से निकल नहीं पाया। बल्केश्वर, लाल मस्जिद के पास, आईटीआई, सुल्तानगंज पुलिया के पास सर्विस लेन, जीवनी मंडी से पटेल नगर रोड, मुगल रोड, अलबतिया रोड, शंकरगढ़ पुलिया, आजमपाड़ा, कालिंदी विहार, 100 फीट रोड, ट्रांसयमुना कॉलोनी आदि में जलभराव हो गया। सड़कों पर एक से दो फुट पानी भर जाने से नाले और सड़क का अंतर पता नहीं चला।
2 of 7
आगरा बारिश
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
मुगल रोड पर नगर निगम सात नालों का निर्माण करा रहा है, जिस वजह से यहां पानी रोका गया था। इस बीच प्री मानसून की बारिश आने से पानी निकल नहीं सका और जलभराव कई घंटों तक बना रहा। यही हाल रामनगर पुलिया से शंकरगढ़ पुलिया के बीच का रहा। यहां नाला निर्माणाधीन है। यहां भी शंकरगढ़ पुलिया पर जलभराव रहा। हालांकि इस बार बिजलीघर चौराहे पर पानी नहीं भरा।
3 of 7
आगरा बारिश
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
तलीझाड़ सफाई कराई जाए
पार्षद प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि अभी तो प्री मानसून की बारिश है। तब जलभराव का ये हाल है। जिन नालों की सफाई कागज पर ही की है, अब भी वक्त है, उसकी तलीझाड़ सफाई कर लें। मानसून की बारिश सब सच्चाई बता देगी।
4 of 7
आगरा बारिश
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
पुलिया के नीचे ध्यान नहीं दिया
पार्षद मंजू प्रजापति का कहना है कि अशोक नगर और लोहामंडी नाले की पुलिया के नीचे सफाई जरूरी है। सिल्ट जमा होने से पानी उसके ऊपर से निकलता है, ऐसे में पीछे के इलाके पानी में डूब जाते हैं। अब भी वक्त है, सफाई कर लें।
5 of 7
आगरा बारिश
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
सफाई में औपचारिकता बरती
पार्षद रवि माथुर ने बताया कि नालों की सफाई टेल से होनी चाहिए, लेकिन सफाई के नाम पर कुछ जगह मशीन चलाकर औपचारिकता की जा रही है। इससे जलभराव दूर नहीं होगा।