
दीवानी कचहरी के बाहर राकेश सहाय को जेल जाते समय लगी भाजपा समर्थकों की भीड़
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अलीगढ़ महानगर के शहंशाह तिराहे पर 11 फरवरी रात पुलिसकर्मियों से गाली-गलौज के मुकदमे में रात गिरफ्तार भाजपा नेता राकेश सहाय सहित पांच लोग 13 फरवरी को जेल भेज दिए गए। बन्नादेवी पुलिस ने इन पांचों को ताजा मुकदमे सहित चार माह पुराने टीआई से मारपीट के मुकदमे में भी कोर्ट में पेश किया। बचाव पक्ष की ओर से जेल भेजने संबंधी रिमांड खारिज करने का अनुरोध किया। मगर, अदालत ने बचाव पक्ष की अर्जी खारिज कर दी। साथ में पांचों की जमानत अर्जी पर 16 फरवरी तारीख नियत कर दी है। इस दौरान दिन भर दीवानी के अंदर व बाहर छावनी जैसे हालात और सियासी जमावाड़ा रहा।
11 फरवरी रात यातायात डायवर्जन व्यवस्था के चलते पार्षद राजकुमार की गाड़ी पुलिसकर्मियों द्वारा रोके जाने की सूचना पर पहुंचे एससी मोर्चा के महामंत्री राकेश सहाय आदि ने वहां पुलिसकर्मियों से गाली- गलौज की थी। 12 फरवरी को पुलिसकर्मियों से सड़क पर गाली-गलौज का वीडियो वायरल होने पर मामले का संज्ञान अधिकारियों ने लिया। प्रकरण में राकेश सहाय, पार्षद आदि पर मुकदमा दर्ज कर लिया। इस खबर पर राकेश सहाय साथियों सहित रात को थाने पहुंच गए और हंगामा करने लगे। जहां पुलिस ने पांचों को हिरासत में ले लिया।
विरोध के अंदेशे के चलते रात भर थाना छावनी बनाए रखा और पांचों की पुलिसकर्मियों से गाली-गलौज के मुकदमे व चार माह पुराने टीआई से मारपीट के मुकदमे में गिरफ्तारी प्रक्रिया पूरी की। 13 फरवरी सुबह पांचों को मेडिकल परीक्षण के लिए जिला अस्पताल लाया गया। जहां से दीवानी में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में पेश किया। अदालती प्रक्रिया के बाद शाम साढ़े चार बजे पांचों को न्यायिक अभिरक्षा में लेकर जेल भेज दिया गया।
बन्नादेवी थाने से पांचों को कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश किया गया। इन पांचों की भूमिका ताजा शहंशाह तिराहे के मुकदमे के साथ साथ टीआई से जुड़े मुकदमे में भी जांच में पाई गई थी। इस तरह दोनों मुकदमों में रिमांड मंजूर हुआ है और जेल भेजा गया है। बाकी लोगों की भूमिका को लेकर सीसीटीवी, कर्मचारियों व पब्लिक के बयान आदि लिए जा रहे हैं।-मृगांक शेखर पाठक, एसपी सिटी