
पूर्वी का फाइल फोटो
– फोटो : अमर उजाला
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अपने जन्म दिन का केक भी नहीं काट पाई लाडो। केक काटने के समय से कुछ वक्त पहले ही काल ने उसको लील लिया। जन्म दिन की सारी खुशियां गम में बदल गईं। बेटी के अचानक मौत के मुंह में चले जाने से जहां परिवार वाले गहरे सदमे में हैं, वहीं गांव के लोग और नाते रिश्तेदार सभी दुखी हैं। जिस स्कूल में वह पढ़ती थी, वहां भी दिन भर गमजदा माहौल रहा।