
कोहरे के कारण फ्लाइट और ट्रेनें लेट
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वाराणसी में शुक्रवार सुबह से ही ठंड रही जिससे लोग आग सेंकते नजर आए। गुरुवार को मौसम का सबसे घना और लंबा कोहरा था। मौसम विभाग की ओर जारी आंकड़ों के अनुसार अगले छह दिनों तक कोहरा पड़ने के आसार हैं। कोहरे का असर विमानों और ट्रेनों पर लगातार देखने को मिल रहा है।
वाराणसी कैंट पर 11 बजे रात में पहुंचने वाली वंदे भारत 15 घंटे देरी से दोपहर 3:15 पर पहुंची। उसके बाद रात 15:30 घंटे की देरी से साढ़े नौ बजे दिल्ली रवाना हुई। वहीं, शिवगंगा आठ और दिल्ली बनारस सुपरफास्ट 12 घंटे देरी से बनारस स्टेशन पहुंची। पूर्वोत्तर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि कोहरे की वजह से सुबह आने वाले शिवगंगा और दिल्ली सुपरफास्ट आठ और 12 घंटे देरी से बनारस पहुंची।
आज वंदे भारत और शिवगंगा निरस्त
स्टेशन निदेशक गौरव दीक्षित के मुताबिक गुरुवार को सुबह वाराणसी कैंट आने वाली वंदेभारत रात में साढ़े नौ बजे रवाना की गई इस वजह से शुक्रवार को वंदे भारत को निरस्त किया गया है। साथ ही उत्तर रेलवे प्रशासन ने शुक्रवार को वाराणसी से दिल्ली जाने वाली शिवगंगा एक्सप्रेस को भी निरस्त कर दिया है।
ठिठुर रहे गोवंश, बोरे का नहीं इंतजाम
ठंड से बचाव के लिए पशु आश्रय केंद्रों में मुकम्मल व्यवस्थाएं नहीं हैं। कहीं बाउंड्रीवॉल नहीं है तो कहीं तिरपाल फटे हैं। पशुओं को ढकने के लिए बोरे की भी व्यवस्था नहीं है। केंद्रों में कुछ पशु बीमार भी हैं। चिरईगांव ब्लाक के गोवंश आश्रय छाही में 39 गोवंश, जयराम में 16 हैं, इसमें से दो बीमार हैं। यहां बाउंड्रीवाल नहीं है। सीवो में 27 गोवंश में एक बीमार हैं। रोहनिया क्षेत्र के पशु आश्रय केंद्र कान्हा उपवन छितौनी, मिसिरपुर, काशी विद्यापीठ ब्लाॅक के छितौनी, अलाउद्दीनपुर, सेवापुरी ब्लाॅक के रैसीपुर सहित अन्य ब्लाकों के पशु आश्रय केंद्र में भी तिरपाल लगाए गए हैं।
12 विमान निरस्त, 10 फ्लाइट विलंबित और पांच हुई डायवर्ट
लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट पर बृहस्पतिवार को विमानों का आवागमन प्रभावित रहा। 12 विमान निरस्त हो गए और 10 विमान अपने निर्धारित समय से देरी से उड़ान भर सके। पांच विमान रनवे पर नहीं पहुंच पाए और उन्हें अलग अलग एयरपोर्ट पर डायवर्ट किया गया। दोपहर 12 बजे तक कोई विमान एयरपोर्ट के रनवे पर उतर नहीं कर सका था। जिसके कारण यात्रियों ने एयरपोर्ट पर खूब हंगामा किया। वहीं निरस्त रहने वाले विमानों में इंडिगो के सात विमान, अकासा के दो विमान, स्पाइसजेट का एक और एयर इंडिया एक्सप्रेस के तीन विमान थे।