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संवाद न्यूज एजेंसी, जालौन
Updated Sat, 05 Oct 2024 02:42 AM IST
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उरई। सालों से खंडहर पड़ा हाथी पार्क का उपयोग अब वन के रूप में किया जाएगा। शहर की बीच में होने के चलते जिले का सबसे अच्छे वन के रूप में इसे देखा जा रहा है, फिलहाल अधिकारियों ने अभी सर्वे कागजी कार्रवाई पूरी की है। स्टीमेट भी एक दो दिन में बन सकता है।
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इंदिरा गांधी के नाम से ठडेश्वरी मंदिर के पास बना हाथी पार्क कभी जंगली जानवरों के लिए पहचान बनाए हुए था। इसमें पक्षियों के साथ कई जानवर भी बंद थे। जिन्हें देखने के लिए सुबह शाम लोगों की भीड़ जुटती थी। धीरे-धीरे पार्क बदहाल होता चला गया। अब इसमें नगर पालिका का कबाड़ रखा जाता है, जो कमरे बने हैं। उनमें अवैध कब्जा शराबियों ने कर रखा है। इसके चलते में लोगों ने आना जाना बंद कर दिया।
इस पार्क के अब दिन बहुरने वाले हैं। नगर पालिका इस स्थान पर मियावाकी पद्धति से वन तैयार करेगी। इसको लेकर नगर पालिका के ईओ राम अचल कुरील ने टीम के साथ सर्वे किया। इसकी नापजोख की जानकारी ली। कबाड़ को हटाकर जगह साफ करने के निर्देश दिए। पार्क में सीमेंट का हाथी भी बना हुआ है। उसे न हटाकर कायाकल्प करने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि शासन से निर्देश आए हैं कि शहर में वन बनाने हैं। इस लिए पार्क का निरीक्षण किया गया है। इसके स्थान पर वन बनाया जाएगा। स्टीमेट बनाकर जल्द शासन को भेजा जाएगा। अगर शासन से ये जगह पास होती है तो काम भी जल्द शुरू कर दिया जाएगा। ये शहर की सबसे अच्छी जगह है। ऑक्सीजन बैंक के रूप में ये पार्क काम करेगा।