अमर उजाला नेटवर्क, अलीगढ़
Published by: चमन शर्मा

Updated Sat, 05 Jul 2025 12:01 PM IST

सेवानिवृत्त प्रोफेसर के पास पहला कॉल 16 जून की दोपहर 3 बजे के आसपास आया। कॉल करने वाले ने खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए बुजुर्ग को मानव तस्करी में फंसा बताकर तत्काल बंगलूरू के पुलिस स्टेशन में बुलाया। बुजुर्ग ने जब आने से इंकार कर दिया, इसके बाद शुरू हो गया ठगों का खेल।


Former professor was digitally arrested and duped of Rs 12 lakh

डिजिटल अरेस्ट।
– फोटो : अमर उजाला नेटवर्क


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साइबर ठगों ने पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के सेवानिवृत्त प्रोफेसर को मानव तस्करी में फंसा बताकर डिजिटल अरेस्ट कर 12 लाख रुपये ठग लिए। बुजुर्ग भी एक घंटे में ही ठगों के दबाव में आ गए। बैंक जाकर रकम ट्रांसफर कर दी। मगर एक सप्ताह बाद फिर से रकम मांगने के लिए कॉल आया तो उन्हें कुछ ठगी का अहसास हुआ। तब जाकर पुलिस के पास पहुंच मुकदमा दर्ज कराया है।

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दोदपुर सिविल लाइंस के 72 वर्षीय बुजुर्ग लुधियाना की पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से सेवानिवृत्त प्रोफेसर हैं। अब पत्नी बच्चों के साथ यहां रहते हैं। मुकदमे के अनुसार उनके पास पहला कॉल 16 जून की दोपहर 3 बजे के आसपास आया। कॉल करने वाले ने खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए बुजुर्ग को मानव तस्करी में फंसा बताकर तत्काल बंगलूरू के पुलिस स्टेशन में बुलाया। बुजुर्ग ने जब आने से इंकार कर दिया तो फिर दूसरे नंबर से व्हॉट्सएप कॉल आई और सीनियर अधिकारी से अकेले में जाकर बात करने का दबाव डाला। 

इसके बाद कहा कि आपके नाम मुंबई की बैंक में खाता जून 2024 से चल रहा है। फिर संदीप राव नाम के व्यक्ति ने खुद को आईपीएस बताते हुए बुजुर्ग से उसके खातों की व निजी जानकारियां पूछीं। कहा कि अब किसी को कुछ नहीं बताना। आइसोलेशन में चले जाओ। अगर कुछ किसी को बताया तो कार्रवाई की जाएगी। साथ में कहा कि आपके खाते में मानव तस्करी के कमीशन की रकम है। इसकी जांच आरबीआई करेगी। जांच में अगर दोष पाया तो आपको जेल जाना होगा। अन्यथा बच जाओगे। इस डर से वे आनन फानन दोदपुर स्थित एचडीएफसी बैंक गए। अपने खाते से ठग द्वारा बताए गए पुणे के एक खाते में 12 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। 



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