{“_id”:”66f0badcf540c4ec3b09b266″,”slug”:”four-children-drowned-while-bathing-in-a-pond-orai-news-c-224-1-ka11004-120029-2024-09-23″,”type”:”story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”Jalaun News: तालाब में नहाते वक्त चार बालक डूबे, दो चचेरे भाइयों की मौत”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
जालौन। तालाब में नहाते समय चार बालक डूब गए। हादसे में दो बालकों की मौत हो गई, जबकि दो को बचा लिया गया। जानकारी पर परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना पर एसडीएम सीओ सहित आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और बालकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मोहल्ला चुर्खीबाल निवासी सोहेल (10) पुत्र कलाम अली अपने चचेरे भाई अकरम (11) पुत्र नाजिर अली के साथ रविवार दोपहर मोहल्ले में खेल रहा था। उनके साथ मोहल्ले के आसिफ (11) पुत्र साबिर व आरिफ (11) पुत्र कलाम भी थे। खेलते-खेलते चारों दोस्त तालाब में नहाने के लिए तैयार हो गए और मोहल्ला स्थित चुर्खीबाल तालाब पर पहुंच गए। इस तालाब का मृतक सुंदरीकरण कर इसके चारों ओर तारों की बैरिकेडिंग कर गेट लगाया गया है।
लेकिन, रविवार होने से तालाब का गेट खुला हुआ था। चारों बच्चे तालाब के किनारे पानी में खेलने लगे। बारिश के चलते तालाब में काई लगी हुई थी। जिसके चलते चारों बच्चे नहाते हुए अचानक फिसल गए और पानी में डूबने लगे। उसी समय वहां कुछ दूरी पर अभि कुमार ट्रैक्टर से बिल्डिंग मैटेरियल का सामान उतार रहा था। जब उसने बच्चों को डूबते हुए देखा तो वह चिल्लाते हुए दौड़कर तालाब के पास पहुंचे और कूदकर आसिफ व आरिफ को तालाब से बाहर निकाल लिया।
इन बच्चों को निकाल कर जब वह दोबारा दोनों बच्चों को निकालने पहुंचे तो वह भी फिसलकर तालाब में डूबने लगे। तब तक मोहल्ले के लोग वहां पहुंच गए और रस्सी फेंककर उसे बाहर निकाला। उधर, बच्चों के परिजनों को जब उनके डूबने की खबर लगी तो वह भी तालाब पर पहुंच गए। लेकिन तब तक सोहेल और अकरम तालाब में डूब चुके थे। कुछ गोताखोरों ने तालाब में दोनों किशोरों को खोजने की कोशिश की लेकिन उन्हें खोज नहीं सके।
इसके बाद कांटा मंगवाया। कांटा डालकर जब उनकी खोज की गई तो एक बच्चे के कपड़ों में कांटा फंस गया जब उसे बाहर निकाला गया तो वह अपने भाई को पकड़े हुए था। जिसके चलते दोनों के शव बाहर आ गए। तुरंत परिजन उन्हें लेकर सीएचसी पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। यह जानकारी जब प्रशासन को मिली तो एसडीएम विनय मौर्य, सीओ शैलेंद्र बाजपेई, नायब तहसीलदार गौरव कुमार भी मौके पर पहुंच गए और घटना के संबंध में जानकारी ली और परिजनों को ढांढस बंधाया।
पुलिस ने दोनों बालकों के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। किशोरों की मौत के बाद उनके पिता कल्लू व नाजिर अली रो-रोकर बेहाल थे। खुदा को याद कर कह रहे थे कि उन्हें पता होता तो बच्चे नहाने के लिए तालाब पर जा रहे हैं तो वह उन्हें जाने ही नहीं देते।