
पुलिस गिरफ्त में हत्यारोपी
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उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में 19 लाख न लौटाने पड़े इसलिए दोस्त न दोस्त की हत्या कर दी। सुनसान जगह पर बुलाकर पहले पीठ पर गोली मारी। फिर ब्लेड से गला काट दिया। लाश फेंककर फरार हो गए। मामले में उसके बड़े भाई के ससुर को फंसाने की साजिश रच ली। पुलिस ने पकड़ा तो आरोपी ने पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे किए।
बीती नौ मार्च को लाइनपार थाना क्षेत्र के आलमपुर जारखी पर पुष्पेंद्र का शव पड़ा मिला था। हत्या धारदार हथियार से गला रेतकर की गई थी। मामला पंजीकृत करने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुटी थी। पुलिस ने हत्या में शामिल मुख्य आरोपी महेंद्र को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। आरोपी अरांव थाना क्षेत्र के कुंजपुरा हवेली का रहने वाला है। वहीं अन्य की तलाश की जा रही है।
एसपी सिटी सर्वेश मिश्र ने बताया कि पुष्पेंद्र और आरोपी महेंद्र प्रताप सिंह के बीच लगभग 19 लाख रुपये के लेन-देन का विवाद था। तकादे से बचने के लिए महेंद्र ने पुष्पेंद्र की हत्या की साजिश रची। उसे बहाने से नगला बरी चौराहे पर बुलाया। अपने एक अन्य साथी राजा के साथ मिलकर आलमपुर जारखी ले गया।
यहां राजा ने पहले पुष्पेंद्र की पीठ में गोली मारी। इसके बाद सर्जिकल ब्लेड से उसका गला काट दिया। पुलिस ने आरोपी महेंद्र प्रताप को रेलवे अंडरपास नकटपुरा से गिरफ्तार किया। उसकी निशानदेही पर सर्जिकल ब्लेड बरामद की है। अदालत में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया। दूसरे आरोपी राजा निवासी बिजेंद्र कॉलोनी, थाना शिकोहाबाद की तलाश की जा रही है।
बड़े भाई के ससुर को फंसाने की थी साजिश
एससी सिटी ने बताया कि महेंद्र, पुष्पेंद्र के रुपये वापस नहीं देना चाहता था। इसलिए उसने योजनाबद्ध तरीके से उसकी हत्या कर दी। पुष्पेंद्र के बड़े भाई अनिल का अपने ससुरालीजन से दहेज हत्या का मामला चल रहा है। अनिल इन दिनों जेल में है। आरोपियों को उम्मीद थी कि पुष्पेंद्र की हत्या का दोष अनिल के ससुर सोमराज पर आएगा। इससे वह स्वयं बच जाएंगे।