उरई। इबादत का महीना रमजान चल रहा है। रोजा और नमाज का सिलसिला चल रहा है। ऐसे में हर तरफ की चीजों की खरीदारी हो रही है। रमजान बढ़ने के साथ उनकी मांग बढ़ रही है। डॉक्टरों ने इफ्तार और सहरी खजूर से करने की सलाह दी है।
जिले में पिंड खजूर की रोजाना एक क्विंटल की खपत हो रही है। ऐसे में शहर के साथ जिले के छोटे व्यापारी खरीदने आते हैं। शहर के पिंड खजूर के व्यापारी हाजी मुमताजत खान ने बताया कि करीब दस साल से वह पिंड खजूर बेच रहे हैं। उनकी दुकान से पूरे जिले के साथ आसपास से भी ऑर्डर आते हैं। पिंड खजूर खाना इस्लाम में सुन्नत है। इसी लिए रोजा रखने और खोलते वक्त इसको खाते हैं। डॉक्टर भी इसको खाने की सलाह देते हैं। डॉक्टर अदील अंसारी ने बताया कि पिंड खजूर सिर्फ खाना सुन्नत नहीं है। इससे कई शरीर को लाभ मिलते हैं। इससे ग्लूकोज, सुक्रोज, फ्रक्टोज जैसी नेचुरल शुगर होने के चलते इससे रोजदार मिलते हैं।
पिंड खजूर के रेट
बैराइटी रेट
अजवॉ 1400
मेडजूल 1200
मबरूम-1 1200
मबरूम-2 700
कलमी 800
पंबू 500
फर्द 360
मसियम 360
मजाफाती 300
जाहिदी 120
सुल्तान 260
एनर्जी लेवल बढ़ाता है खजूर
– रोजा रखने से एनर्जी लेवल कम होता है। ऐसे में रोजा खोलते समय खजूर खाने से बॉडी को तुरंत एनर्जी मिलती है।
– दिनभर भूखे रहने से डाइजेशन प्रॉसेस स्लो हो जाता है। एेसे में रोजा इफ्तारी के समय खजूर खाते हैं तो एसेस डाइजेशन प्रॉसेस तुरंत चालू हो जाता है।
– खजूर में मौजूद फाइबर कब्ज की समस्या का दूर करते हैं। इम्यूनिटी बढ़ती है।
– पूरे दिन खान नहीं खाने से खून में ग्लूकोज की मात्रा एबनॉर्मल रहती है। खजूर खाने से ग्लूकोज की मात्रा नॉर्मल हो जाती है।
– खजूर खाने से कई प्रकार की बीमारी से बचाव होता है। मैग्नीशियम और पोटैशियम ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करता है।