
शास्त्रों के अनुसार, मनुष्य के कर्म ही उसके अगले जन्म और मृत्यु के बाद के गंतव्य का निर्धारण करते हैं।
1.🟠हिंदू धर्म में, गरुड़ पुराण को मृत्यु के बाद सामान्यतः पढ़ा जाता है। इस पुराण में मनुष्य के कर्मों का लेखा-जोखा दिया गया है। अच्छे तथा बुरे कर्मों के आधार पर, मनुष्य को स्वर्ग या नरक में जगह मिलती है। 2. 🟠गरुड़ पुराण के अनुसार जो लोग महिलाओं का शोषण करते हैं वह अगले जन्म में भयानक रोग से पीड़ित होते हैं. इसके अलावा अप्राकृतिक रूप से संबंध बनाने वाले लोग अगले जन्म में नपुंसक बनते हैं। 3. 🟠गरुड़ पुराण के मुताबिक जो व्यक्ति जीवनभर किसी को छल, कपट और धोखा देता है. वह व्यक्ति अगले जन्म में उल्लू बनता है. वहीं किसी की झूठी गवाही देने वाला मनुष्य अगले जन्म में अंधा बनकर पैदा होता है। 4. 🟠 जो व्यक्ति लूटपाट, जानवरों का सताना और शिकार करके अपने परिवार का पालन-पोषण करता है उसे अगले जन्म में किसी कसाई के हाथों मृत्यु प्राप्त होती है. यानि वह जानवर का जन्म लेता है। 5. 🟠गरुड़ पुराण में बताया गया है कि जो व्यक्ति अपने माता-पिता और भाई-बहन को प्रताड़ित करता है उसे जन्म तो मिलता है लेकिन उसकी मृत्यु गर्भ में ही हो जाती है और वह धरती पर नहीं आता। 6. 🟠 गुरु का अपमान करने वाले व्यक्ति के लिए नरक का रास्ता खोला जाता है. ऐसा व्यक्ति अगले जन्म में जल रहित वन में ब्रह्मराक्षस बनकर पैदा होता है। 7. 🟠जो पुरुष महिलाओं की तरह आचरण रखते हैं या उनके आदतें व स्वाभाव में महिलाओं की झलक दिखती है तो ऐसे पुरुष अगले जन्म में स्त्री के रुप में आते हैं। 8. 🟠 गरुड़ पुराण के मुताबिक जो व्यक्ति मृत्यु के समय भगवान का नाम लेता है तो भगवान उसकी मुक्ति का मार्ग खोल देते हैं. यही वजह है कि शास्त्रों में मरते समय राम नाम लेना महत्वपूर्ण बताया गया है। • 🟠 जो मनुष्य स्त्री की हत्या, गर्भपात या गाय की हत्या करता है वह अगले जन्म में मूर्ख और कुबड़ा बनकर पैदा होता है। गरुड़ पुराण की इन 7 बातों में छिपा है सफलता का रहस्य –
गरुड़ पुराण हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है। इसमें जीवन, मृत्यु और सफलता के बारे में कई रहस्य बताए गए हैं। यह पुराण न केवल मृत्यु के बाद पढ़ा जाता है, बल्कि इसमें बताए गए नियमों का पालन करने से जीवन में सफलता भी मिल सकती है।
🔹गरुड़ पुराण की महत्वपूर्ण बातें•••√••
•√ गरुड़ पुराण में बताया गया है कि व्यक्ति को अपनी स्वच्छता का खास तौर ध्यान रखना चाहिए. रोजाना स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र ही पहनने चाहिए. क्योंकि जहां गंदगी होती है या गंदे वस्त्र होते हैं वहां मां लक्ष्मी वास नहीं करती. ऐसे घरों में केवल दरिद्रता रहती है. इसलिए अपनी व घर की सफाई का खास ध्यान रखें. •√ गरुड़ पुराण के मुताबिक कोई भी कार्य कभी असंभव नहीं होता और व्यक्ति को अपनी मेहनत के दम पर उसे संभव बनाना पड़ता है. इसलिए अगर आप कोई नया काम शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं तो नकारात्मक विचारों के साथ शुरुआत न करें. बल्कि सकारात्मक सोच रखें और मेहनत करें. •√ भोजन हर व्यक्ति की जरूरत है लेकिन गरुड़ पुराण के अनुसार भोजन हमेशा संतुलित मात्रा में ही होना चाहिए. क्योंकि असंतुलित भोजन की वजह से आपको पाचन तंत्र खराब हो सकता है और इसकी वजह से कई बीमारियां भी हो सकती है. •√ गरुड़ पुराण के अनुसार तुलसी में कई औषधीय गुण मौजूद हैं. इसलिए व्यक्ति को रोजाना तुलसी का सेवन अवश्य करना चाहिए. सुबह उठकर भगवान विष्णु के चरणों में तुलसी के पत्ते अर्पित करें और फिर उन पत्तों का सेवन करें. ऐसा करने से व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक विकारों से मुक्ति मिलती है. •√ गरुड़ पुराण के अनुसार व्यक्ति को अपने धर्म का सम्मान अवश्य करना चाहिए. अपने धर्म के साथ ही दूसरों धर्मों के प्रति भी सम्मान रखना चाहिए. क्योंकि जो व्यक्ति अपने धर्म का सम्मान नहीं करता और धार्मिक स्थलों का अपमान करता है उसे मृत्यु के बाद नरक में स्थान मिलता है. • √ गरुड़ पुराण में बताया गया है कि पापों से मुक्ति के लिए एकादशी का व्रत अवश्य करना चाहिए. कहते हैं कि जो व्यकित एकादशी का नियमानुसार व्रत करता है उसे पूर्व जन्मों के पापों से मुक्ति मिलती है और जीवन में सफलता हासिल होती है. •√ Yatha Suranaam Pravaro Janardano Yathayudhaanaam Pravar Sudarshanam. And Puraneshu cha Garudam cha mainam tadahurharitattvadarshane यथा सुरनाम प्रवारो जनार्दनो यथायुधानम् प्रवर सुदर्शनम्। तथा पुराणेशु च गरुदं च मैनं तदहुर्हरितत्वदर्शने •√ जिस प्रकार राक्षसों में जनार्दन श्रेष्ठ है, उसी प्रकार शस्त्रों में सुदर्शन श्रेष्ठ है। इसी प्रकार पुराणों में हरि तत्व के दर्शन में गरुड़ को प्रधान कहा गया है। इस प्रकार पुराणों में गरुड़ और मैना का उल्लेख मिलता है 🟠 अब जानते व्यक्ति को अपनी मृत्यु के बाद कर्मों के आधार पर स्वर्ग और नरक की प्राप्ति होती है. 🟠गरुड़ पुराण में यह भी बताया गया है कि कर्मों के आधार पर अगले जन्म में व्यक्ति किसी रूप में जन्म लेता है.गीता में कहा गया है कि आत्मा अजर-अमर है. जैसे व्यक्ति अपने कपड़ों को बदलता है आत्मा भी उसी प्रकार शरीर बदलती है. 🟠गरुड़ पुराण में मनुष्य के कर्म का लेखा-जोखा बताया गया है जिससे मनुष्य के पाप और पुण्य निर्धारित होते हैं. मान्यता है कि व्यक्ति को अपनी मृत्यु के बाद कर्मों के आधार पर स्वर्ग और नरक की प्राप्ति होती है. 🟠गरुड़ पुराण में यह भी बताया गया है कि कर्मों के आधार पर अगले जन्म में व्यक्ति किसी रूप में जन्म लेता है. आइए बताते हैं आपको गुरुण पुराण क्या कहता है. अगले जन्म में क्या बनेंगे आप? गरुड़ पुराण की इन 8 बातों में छिपा है सच
व्यक्ति को अपनी मृत्यु के बाद कर्मों के आधार पर स्वर्ग और नरक की प्राप्ति होती है. गरुड़ पुराण में यह भी बताया गया है कि कर्मों के आधार पर अगले जन्म में व्यक्ति किसी रूप में जन्म लेता है. अगले जन्म में क्या बनेंगे आप? गरुड़ पुराण की इन 8 बातों में छिपा है सच
अगले जन्म में क्या बनेंगे आप? गरुड़ पुराण की इन 8 बातों में छिपा है सच
गीता में कहा गया है कि आत्मा अजर-अमर है. जैसे व्यक्ति अपने कपड़ों को बदलता है आत्मा भी उसी प्रकार शरीर बदलती है. गरुड़ पुराण में मनुष्य के कर्म का लेखा-जोखा बताया गया है जिससे मनुष्य के पाप और पुण्य निर्धारित होते हैं. मान्यता है कि व्यक्ति को अपनी मृत्यु के बाद कर्मों के आधार पर स्वर्ग और नरक की प्राप्ति होती है. गरुड़ पुराण में यह भी बताया गया है कि कर्मों के आधार पर अगले जन्म में व्यक्ति किसी रूप में जन्म लेता है. आइए बताते हैं आपको गुरुण पुराण क्या कहता है.
इस तरह तय होता है अगला जन्म:
महिलाओं का शोषण करने वाला
जो लोग महिलाओं का शोषण करते या कराते हैं वो अगले जन्म में भयानक रोगों से पीड़ित होते है. वहीं अप्राकृतिक रूप से संबंध बनाने वाला अगले जन्म में नपुंसक, गुरु पत्नी के साथ दुराचार करने वाला कुष्ठ रोगी होता है.
धोखा देने वाला
गरुड़ पुराण में बताया गया है कि जो मनुष्य छल, कपट और धोखा देते हैं वो अगले जीवन में उल्लू बनते हैं. वहीं झूठी गवाही देने वाला दूसरे जन्म में अंधा पैदा होता है.
हिंसा करने वाला
गरुड़ पुराण के अनुसार जो व्यक्ति हिंसा करके परिवार का पालन-पोषण करते हैं, जैसे लूटपाट, जानवरों को सताना या शिकार खेलने वाले अगले जन्म में किसी कसाई हत्थे चढ़ने वाला बकरा बनते हैं.
परिवार को प्रताड़ित करने वाला
माता-पिता या भाई-बहन को प्रताड़ित करने वाले मनुष्य को अगला जन्म तो मिलता है लेकिन वह धरती पर नहीं आ पाते क्योंकि उनकी मृत्यु गर्भ में ही हो जाती है.
गुरु का अपमान करने वाला
गुरु का अपमान यानी भगवान का अपमान. ऐसा करना नरक के द्वार खोलने जैसा है. गरुड़ पुराण में कहा गया है कि गुरु से कुतर्क करनेवाला शिष्य अगले जन्म में जल रहित वन में ब्रह्मराक्षस बनता है.
पुरुष का महिलाओं जैसा व्यवहार
यदि कोई पुरुष महिलाओं वाला आचरण करता है स्वभाव में महिलाओं वाली आदतें ले आता है तो ऐसे पुरुषों को अगले जन्म में स्त्री का रुप मिलता है.
मृत्य के समय भगवान का नाम
अगर कोई मृत्यु के समय भगवान का नाम लेता है तो वो मुक्ति के मार्ग पर अग्रसर हो जाता है. इसलिए शास्त्रों में कहा गया है कि मरते समय राम का नाम लेना चाहिए.
हत्या करने वाला
स्त्री की हत्या, गर्भपात करने या कराने वाला भिल्ल रोगी, गाय की हत्या करने वाला मूर्ख और कुबड़ा, ये दोनों नरक की यातनाएं भोगने के बाद अगले जन्म चांडाल योनी में ही पैदा होते हैं.
