कुएं से निकालकर युवक को अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। बेजुबानों में कुत्ते, गाय, बिल्ली और हाथी की वफादारी की तमाम कहानियां हैं, जो फिल्मों में भी दर्शाई गईं हैं, लेकिन शनिवार को हकीकत में एक बकरी ने वह कर दिखाया, जिसकी शायद कल्पना भी नहीं की जा सकती।
दरअसल, बबुरारा निवासी रघुराज का बेटा अर्जुन (32 वर्षीय) खेती के साथ ही बकरी पालन भी करता था। रघुराज ने बताया कि अर्जुन न सिर्फ बकरियों की देखभाल करता था, बल्कि उसे बेजुबानों से खास लगाव था। बीते रोज दोपहर में अर्जुन बकरियों को चराने के लिए खेत की तरफ गया था।
इस बीच एक अंधे कुएं में वह अचानक गिर गया। देर शाम तक जब अर्जुन घर नहीं पहुंचा तो परिजन उसकी खोजबीन करने लगे। इस दौरान उन्होंने देखा कि कुएं से करीब 500 सौ मीटर दूरी पर अर्जुन की बकरी चिल्ला रही है।